#उपलब्धि

July 24, 2024

कारपेंटर की बेटी भारतीय सेना में बनी लेफ्टिनेंट, कोलकाता में देंगी सेवाएं

शेयर करें:

कांगड़ा। पंख छोटे हैं या बड़े इस बात से फर्क नहीं पड़ता। फर्क इस बात से पड़ता है कि पंख हैं तो सही- और यहां पंखों से मतलब आपके हौंसले से हैं। अगर आपके अंदर जज्बा है तो आप जिंदगी में कुछ भी हासिल कर सकते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है- हिमाचल के कांगड़ा जिले की बेटी शीतल धीमान ने।

लेफ्टिनेंट बनी साधारण परिवार की बेटी

साधारण परिवार से संबंध रखने वाली शीतल धीमान भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। शीतल ईस्टर्न कमांड अस्पताल कोलकाता में अपनी सेवाएं देंगी। यह भी पढ़ें: सुक्खू सरकार को कानूनगो-पटवारी का अल्टीमेटम, फैसला ना बदला तो दफ्तरों पर लगा देंगे ताले

कारपेंटर हैं शीतल के पिता

शीतल धीमान कांगड़ा के पालमपुर स्थित भरमात की रहने वाली हैं। शीतल धीमान बहुत साधारण परिवार से संबंध रखती हैं। शीतल धीमान के पिता सुरेंद्र धीमान कारपेंटर हैं। जबकि, शीतल की मां राधा गृहिणी हैं। शीतल ने दिन-रात मेहनत करके अपने परिवार का नाम रोशन किया है।

पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल

साधारण से परिवार से संबंध रखने वाली इस बेटी के लेफ्टिनेंट बनने से ना सिर्फ उसके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। भारतीय सेना में शीतल की सिलेक्शन होने के बाद पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ रही है। यह भी पढ़ें: हिमाचल पुलिस की VVIP व्यवस्था! पेशी पर गए कैदी को ताजमहल घुमाने ले गए, वीडियो वायरल

बचपन में ही सिर से उठ गया था पिता का साया

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की बेटियां हर कदम पर बेटों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। प्रदेश की कई बेटियों ने बड़े-बड़े मुकाम हासिल किए हैं। हाल ही में कई बेटियों भारतीय सेना में नर्सिंग ऑफिसर बनीं हैं। हमीरपुर जिले की दीक्षा शर्मा का चयन नेवी में बतौर लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है। दीक्षा 6 अगस्त को INHS कल्याणी विशाखापत्तन में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट ज्वाइन करेंगी। दीक्षा भोरंज उपमंडल स्थित बरठवान गांव की रहने वाली हैं। दीक्षा की प्रारंभिक शिक्षा DAV धर्मशाला से हुई है। दीक्षा ने द्रोणाचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग योल कैंट से नर्सिंग की है। दीक्षा के पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। उनकी मां वीना शर्मा प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में कार्यरत हैं। दीक्षा का एक भाई भी है- जो कि इंजीनियर है। दीक्षा का बचपन से ही सेना में भर्ती होने का सपना था- जिसे उन्होंने आज कड़ी मेहनत कर हासिल किया है। यह भी पढ़ें: हिमाचल की बेटी वैशाली बनी लेफ्टिनेंट, ऑल इंडिया रैंक 134 किया हासिल

दुकानदार की बेटी बनी ऑफिसर

इसके अलावा हमीरपुर जिला के बल्ह गांव की बेटी शिवानी ठाकुर महज 25 साल की उम्र में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। शिवानी मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखती हैं। शिवानी ने कड़े परिश्रम से इस मुकाम को हासिल किया है। शिवानी पांच अगस्त को आर्मी 151 अस्पताल गुवाहाटी में ज्वाइनिंग करेगी। शिवानी ठाकुर के पिता सुरजीत ठाकुर एक दुकानदार हैं। छोटे से गांव में दुकान चलाकर ही सुरजीत ठाकुर ने ना सिर्फ अपने परिवार को पालन पोषण किया, बल्कि बेटी को अच्छी शिक्षा भी दिलवाई। जिसका नतीजा है कि आज शिवानी ठाकुर भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बन गई है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख