मंडी। हिमाचल के मंडी जिला की बेटियां अपनी मेहनत से बड़े बड़े मुकाम हासिल कर रही है। अभी हाल ही में हुई सेना की परीक्षा में मंडी जिला की कई बेटियों ने अपनी सफलता के झंडे गाढ़े हैं। इसी कड़ी में एक और बेटी ने अपनी मेहनत के दम पर सेना में बड़ा पद हासिल कर लिया है। यह बेटी आरसी शर्मा जिला के सरकाघाट के डबरोग गांव की रहने वाली है।
डबरोग गांव की बेटी बनी लेफ्टिनेंट
उपमंडल सरकाघाट के डबरोग गांव की आरसी शर्मा का चयन भारतीय सेना में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है। आरसी अब मिलिट्री अस्पताल अहमदाबाद गुजरात में लेफ्टिनेंट के रूप में अपनी सेवाएं देंगी।
गोल्ड मेडलिस्ट है आरसी शर्मा
आरसी शर्मा की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अपनी 12वीं तक की शिक्षा हिमालयन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरकाघाट और स्नातक स्तर की पढ़ाई वीवीएम नर्सिंग कॉलेज नूरपुर और स्नातकोत्तर की पढ़ाई एसजीआरडी कॉलेज ऑफ नर्सिंग होशियारपुर से प्राप्त की है। यही नहीं आरसी शर्मा एमएससी साईकेट्रिक में गोल्ड मेडल भी हासिल किया है।
मुश्किल चुनौतियों से हासिल की सफलता
आरसी की इस उपलब्धि से उसके परिवार में खुशी का माहौल है। आरसी शर्मा के पिता विजय कुमार सरकाघाट में पशुपालन विभाग में एएचए के पद पर कार्यरत है तथा माता गृहणी है। आरसी ने बताया कि इस सफलता को प्राप्त करने के लिए मुश्किल चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपने उद्देश्य को लेकर कड़ी मेहनत की है।
मंडी की मीनाक्षी पुणे में देगी सेवाएं
मंडी जिला की ग्राम पंचायत सदयाणा की मीनाक्षी ठाकुर का चयन भारतीय सेना में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट हुआ है। मीनाक्षी ठाकुर 16 सिंतबर को पुणे के आर्मी अस्पताल में अपनी सेवाएं देना शुरू करेगी। छोटे से गांव से निकल कर इस मुकाम तक पहुंचना मीनाक्षी ठाकुर के लिए आसान नहीं था, लेकिन उसने कड़ी मेहनत से अपनी किस्मत को लिखा है।
चालक हैं मीनाक्षी के पिता
मीनाक्षी ठाकुर के पिता राजकुमार एक चालक हैं। वह विकास खंड अधिकारी के कार्यालय द्रंग में बतौर चालक सेवाएं दे रहे हैं। वहीं माता सुनीता देवी गृहिणी हैं। मीनाक्षी की इस सफलता पर पिता राजकुमार और माता सुनीता देवी ने कहा कि बेटी ने आज अपनी मेहनत से अपने सपने को साकार किया है।
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मंडी जिला की ही दूसरी बेटी प्रियंका नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनी है। प्रियंका बल्ह विधानसभा क्षेत्र के मंदिर टांडा की रहने वाली है। प्रियंका आर्मी अस्पताल बेलगाम कर्नाटक में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट सेवाएं देगी। प्रियंका की इस सफलता पर उसके माता पिता काफी खुश हैं। वहीं गांव के लोगांे ने भी बेटी के सेना में चयन पर खुशी जताई है।
एचआरटीसी में परिचालक हैं पिता
प्रियंका के पिता अमर चंद हिमाचल पथ परिवहन निगम में परिचालक के पद पर कार्यरत हैं और माता दया देवी गृहिणी हैं। प्रियंका की पढ़ाई की बात करें तो उसने अपनी प्रारंभिक शिक्षा निजी स्कूल गुरुकुल लोहारा से पूरी की है। जबकि 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भंगरोटू और बीएससी नर्सिंग श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक से उत्तीर्ण की है।