सिरमौर। कहते हैं कि तूफानों में जलने वाले दिए हवा के झोंके से नहीं डरा करते। इन शब्दों को बखूबी से चरितार्थ कर दिखाया है कि हिमाचल प्रदेश के एक होनहार बेटे ने। सूबे के सिरमौर जिले के राकेश कुमार ने साबित कर दिखाया है कि असली ताकत और दृढ़ता वही है जो मुश्किलों के बीच भी अपने उद्देश्य को नहीं छोड़ती। फिर चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति हो, अपने इरादों से डगमगाते नहीं हैं बल्कि और मजबूत बनते हैं।
NET/JRF में किया टॉप
जिले के दुर्गम क्षेत्र हरिपुरधार के साथ लगते चंजाह गांव के रहने वाले राकेश कुमार ने NET/JRF में शत-प्रतिशत अंक हासिल कर देश में टॉप किया है। राकेश ने इस उपलब्धि को हासिल कर हिमाचल और पूरे क्षेत्र का नाम देशभर में रोशन किया है।
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सरकारी स्कूल से की पढ़ाई
राकेश कुमार ने प्रारंभिक शिक्षा पहली से तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई चंजाह गांव के सरकारी स्कूल से की थी। फिर चौथी से छठी कक्षा तक की पढ़ाई राकेश ने मां भगवती पब्लिक स्कूल हरिपुरधार से की। इसके बाद जमा दो तक की पढ़ाई शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरिपुरधार से की और स्नातक की डिग्री महाविद्यालय हरिपुरधार से हासिल की।
100 परसेंटाइल अंक किए हासिल
वर्तमान में राकेश हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से राजनीति शास्त्र विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। राकेश ने पॉलिटिकल साइंस के NET/JRF की परिक्षा में 100 परसेंटाइल से उत्तीर्ण करके प्रदेश का नाम रोशन किया है।
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खेती-बाड़ी करते हैं माता-पिता
राकेश कुमार एक कृषक परिवार से संबंध रखते हैं। राकेश के माता-पिता खेती-बाड़ी का काम करते हैं और इसी से कमाए गए पैसे से वो आजतक राकेश की पढ़ाई का खर्चा वहन कर रहे हैं।
नहीं आने दी पढ़ाई में रुकावट
राकेश कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। राकेश ने बताया कि उनके माता-पिता ने कभी उन्हें किसी चीज की कमी नहीं आने दी। उनकी पढ़ाई में बाधा ना आए- इसके लिए उनके माता-पिता ने खेतों में खूब मेहनत कर पैसा जोड़ा और उनकी पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि जीवन में सफल होकर वो अपने माता-पिता की मदद कर सकें।