सिरमौर। किसी ने क्या खूब लिखा है कि इतिहास वही रचते हैं, जो मेहनत से न डरते हैं। हर पत्थर को तराश कर, सपनों के महल गढ़ते हैं। इन शब्दों को बखूबी चरितार्थ कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के होनहार बेटे ओम प्रकाश ठाकुर ने।
इरादों को बनाया मजबूत
ओम प्रकाश ठाकुर ने साबित कर दिखाया है कि असली ताकत और दृढ़ता वही है- जो मुश्किलों के बीच भी अपने उद्देश्य को नहीं छोड़ती। फिर चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति हो, अपने इरादों से डगमगाते नहीं हैं बल्कि और मजबूत बनते हैं।
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गांव का बेटा बना इंग्लिश लेक्चरर
आपको बता दें कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र के बांल गांव के 30 वर्षीय ओम ठाकुर ने बिना किसी कोचिंग से खुद की मेहनत के दम पर लेक्चरर इंग्लिश की परीक्षा पास की है। खास बात यह है कि ओम ठाकुर ने ये सफलता पहले ही प्रयास में हासिल की है। ओम प्रकाश ने इस उपलब्धि को हासिल कर पूरे क्षेत्र का नाम प्रदेशभर में रोशन किया है।
सरकारी स्कूल से की पढ़ाई
ओम प्रकाश ने प्रारंभिक शिक्षा आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई टिम्बी स्कूल की है। इसके बाद 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शिलाई से पूरी की। फिर नाहन कॉलेज से स्नातक (BA) की डिग्री हासिल की।
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किसान हैं ओम के पिता
ओम प्रकाश एक कृषक परिवार से संबंध रखते हैं। ओम प्रकाश के पिता प्रताप ठाकुर पेशे से किसान हैं। जबकि, मां बिमाल देवी गृहणी हैं। ओम प्रकाश के पिता किसानी से कमाए गए पैसे से आजतक ओम प्रकाश की पढ़ाई का खर्चा वहन कर रहे हैं। बेटे की इस सफलता से किसान पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।
खेलों में भी माहिर है ओम
ओम के पिता ने बताया कि ओम प्रकाश ना सिर्फ पढ़ाई में अव्वल रहा है, बल्कि वॉलीबॉल और क्रिकेट में भी वो शानदार प्रदर्शन करने के लिए लोकप्रिय है। उन्होंने बताया कि स्कूल-कॉलेज के दिनों में वॉलीबॉल और क्रिकेट के प्रति उसकी रुचि ने उसे खेल जगत में एक अलग पहचान दिलाई। ओम प्रकाश वॉलीबॉल में स्टेट लेवल तक अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका है।
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नहीं आने दी पढ़ाई में रुकावट
ओम प्रकाश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। ओम ने बताया कि उनके माता-पिता ने कभी उन्हें किसी चीज की कमी नहीं आने दी। उनकी पढ़ाई में बाधा ना आए- इसके लिए उनके पिता ने खेतों में खूब मेहनत कर पैसा जोड़ा और उनकी पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि जीवन में सफल होकर वो अपने माता-पिता की मदद कर सकें।
सफलता का मूल मंत्र
ओम प्रकार ने अपनी सफलता का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए जी-तोड़ मेहनत करें ताकि सफलता आपके कदम चूमने को मजबूर हो जाए। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील की है।
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विदित रहे कि, हाल ही में घोषित हुए लेक्चरर इंग्लिश परीक्षा के परिणामों में सिरमौर जिले के सात होनहारों का चयन हुआ है। होनहारों में पांच लड़कियों और दो लड़कों के नाम शामिल हैं। चयनित अभ्यर्थियों के नाम की सूची यहां देखें-
- ओम प्रकाश ठाकुर निवासी बांबल गांव, शिलाई
- सरिता देवी निवासी भलाड़ भालोना, संगड़ाह
- आकांक्षा दील्टा निवासी कुंथल, राजगढ़
- कवित निवासी राजगढ़
- शिल्पा चौहान निवासी नाहन
- रघुबीर सिंह निवासी शिलाई
- राधा देवी निवासी बाउनल, संगड़ाह