कांगड़ा। भोपाल में आयोजित हुई 31वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश के दो छात्रों की साइंस सर्वे रिपोर्ट को टॉप-20 में शामिल किया गया है। बता दें कि इस सम्मेलन में देशभर से 700 छात्रों ने अपनी साइंस सर्वे रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें कांगड़ा के संचित मेहरा और ऊना के कपिश शर्मा ने अपनी शोध कार्यों से खास पहचान बनाई।
इम्यूनिटी एनर्जी बूस्टर कैंडी बनाकर किया कमाल
जिला कांगड़ा बालकरूपी स्कूल के छात्र संचित मेहरा ने गाइड टीचर तिलक राज के मार्गदर्शन में अपनी साइंस सर्वे रिपोर्ट तैयार की। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में जंगली और घरेलू जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करते हुए एक इम्यूनिटी एनर्जी बूस्टर कैंडी बनाई, जिसका उद्देश्य बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत करना है। इस शोध कार्य ने न केवल बच्चों की सेहत में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान किया, बल्कि यह जड़ी बूटियों के उपयोग को प्रोत्साहित करने में भी सहायक साबित हुआ।
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किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने का प्रयास
वहीं, ऊना जिला के त्यूड़ी स्कूल के छात्र कपिल ने भी कमाल कर दिखाया है। कपिल ने गाइड टीचर हरदीप के मार्गदर्शन में अपनी साइंस सर्वे रिपोर्ट तैयार की, जिसमें उन्होंने किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न उपायों पर शोध किया।
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विशेष रूप से, उन्होंने मिट्टी की गुणवत्ता के अनुसार आलू की गहराई और उससे जुड़े निष्कर्षों पर ध्यान केंद्रित किया। उनका उद्देश्य था कि किसानों के लिए ऐसी तकनीकों की पहचान की जाए, जिससे उनकी उपज बढ़े और आर्थिक स्थिति बेहतर हो।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन
बताते चलें कि यह राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित रविंद्र भवन में तीन से छह जनवरी तक आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में देशभर के छात्रों ने अपनी वैज्ञानिक सोच और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
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हिमाचल के बच्चों ने किया कमाल, टॉप 20 में बनाई जगह
बताते चलें कि प्रदेश दोनों छात्रों की साइंस सर्वे रिपोर्ट ने अपनी गुणवत्ता और नवाचार के कारण खास पहचान बनाई और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त किया।आने वाले समय में ये छात्र अपने शोध कार्यों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अहम योगदान दे सकते हैं।