हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला स्थित नादौन उपमंडल स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रैल की जमा दो कक्षा की छात्रा देवांशी की प्रोजेक्ट सर्वे रिपोर्ट राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित हो गई है। देवांशी का प्रोजेक्ट राज्य स्तर पर दूसरे स्थान पर रहा था।
प्राकृतिक पत्तों से स्वास्थ्य लाभ का अनूठा शोध
बता दें कि देवांशी ने अपने प्रोजेक्ट रिपोर्ट में यह बताया कि कैसे अलग-अलग पेड़ों के पत्तों, जैसे केले, पलारा, पीपल, कटहल और टौर के पत्तों पर खाना खाने से स्वास्थ्य को लाभ होता है। उनका दावा है कि इन पत्तों पर खाना खाने से न केवल खाने का स्वाद बढ़ता है, बल्कि यह शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने, इम्युनिटी बढ़ाने और कई बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है।
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नेशनल बाल विज्ञान सम्मेलन में होगी प्रस्तुति
31वां राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन 3 से 6 जनवर को भोपाल में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देवांशी अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट पेश करेंगी। इसके पहले, देवांशी ने सीएसआईआर पालमपुर का दौरा भी किया, जहां उन्होंने पत्तों के चयन और उपयोग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।
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प्राकृतिक पत्तों के उपयोग से प्रदूषण में कमी
देवांशी ने यह भी बताया कि पत्तों से बनी पत्तलें और कटोरियां प्रदूषण की रोकथाम में सहायक हो सकती हैं। उन्होंने यह सिफारिश की कि हमें इन पत्तलों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए, ताकि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण हो सके और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।
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टीचर और पर्यवेक्षक ने दी बधाई
देवांशी की सफलता पर स्कूल की गाइड टीचर मीना शर्मा और जिला विज्ञान पर्यवेक्षक राजेश गौतम ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी। मीना शर्मा ने बताया कि यह देवांशी का तीसरा प्रोजेक्ट है, जो कि नेशनल के लिए सिलेक्ट हुआ है, और इसके पहले उनके छात्र 15 बार राज्य स्तर पर सिलेक्ट हो चुके हैं।
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प्रेरणा का स्रोत बनी देवांशी
देवांशी की इस सफलता ने न केवल स्कूल बल्कि समूचे जिले को गर्व महसूस कराया है। उनकी मेहनत और लगन दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है।