कांगडा। हिमाचल प्रदेश के बहुत सारे युवाओं ने अपनी मेहनत के दम पर कई बड़े मकुाम हासिल किए हैं। भारतीय सेना में नौकरी पाना हिमाचल प्रदेश के युवाओं का पहला सपना होता है। इसी कड़ी में जिला कांगडा के एक युवक ने भी अपनी सफलता का लोहा मनवा लिया है।
लेफ्टिनेंट बना कांगड़ा का सब्यसाची
कांगड़ा जिला के सुल्याली के रहने वाले सब्यसाची सौगूनी ने सेना में लेफ्टिनेंट रैंक का पद हासिल किया है। सब्यसाची कमीशन अधिकारी के तौर पर इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर में सेवाएं देंगे।
सब्यसाची सौगूनी की प्रारंभिक शिक्षा सुलियाली स्थित रोज पब्लिक स्कूल से हुई है। इसके बाद उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई नोएडा स्थित बेनेट यूनिवर्सिटी से की। फिर भारतीय सेना में शामिल होने के लिए टेस्ट दिया
एक साल का किया कड़ा प्रशिक्षण
इंडियन मिलिट्री अकादमी IMA देहरादून उत्तराखंड में एक साल का कड़ा प्रशिक्षण कर सब्यसाची ने लेफ्टिनेंट बनने का अपना सपना पूरा कर लिया है। सब्यसाची शनिवार को IMA देहरादून में हुई पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं।
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बचपन से पढ़ने में था होशियार
सब्यसाची की इस उपलब्धि से उसका पूरा परिवार खुश है। सब्यसाची के पिता संजय सौगूनी ने बताया कि सब्यसाची सौगूनी बचपन से ही प्रतिभाशाली विद्यार्थी थे। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है।
पूरे गांव में खुशी का माहौल
सब्यसाची ने भी अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिजनों व बुजुर्गों के आशीर्वाद और अध्यापकों के सहयोग को दिया है। सब्यसाची की इस सफलता से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
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बता दें कि हिमाचल प्रदेश के देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि का दर्जा भी दिया गया है। प्रदेश के कई नौजवान युवा भारतीय सेना में भर्ती को देश की सेवा कर रहे हैं और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। पहले के वक्त में जहां आमतौर पर सूबे के युवा सेना में शामिल होकर देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा देते थे। वहीं, आज के समय में प्रदेश की युवतियां भी युवकों के साथ कंधे से कंधा मिलकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।