कांगड़ा। देवभूमि हिमाचल में होनहारों की कमी नहीं है। बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि होनहार बिरवान के होत चिकने पात। यानि जिसमें कुछ कर जाने की गुणवत्ता हो वो बचपन में ही दिख जाती है। ऐसी ही होनहार बच्ची हिमाचल प्रदेश की सरगुन है।
7 साल की सरगुन ने किया कमाल
सरगुन कांगड़ा जिले के नूरपुर क्षेत्र के कंडवाल गांव की रहने वाली है। सरगुन पहली कक्षा की छात्रा है। सरगुन महज सात साल की है।
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इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम हुआ दर्ज
आपको बता दें कि सरगुन ने इतनी कम आयु में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है। सरगुन ने 150 देशों की राजधानियां 1 मिनट 13 सेकेंड में बताकर अपना नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है।
1 मिनट 33 सेकेंड में बताए 150 राजधानियां
इतने कम समय में 150 देशों की राजधानियां के नाम बताने के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड के संचालकों ने सरगुन को मेडल से सम्मानित किया है। सरगुन की इस कामयाबी पर परिजनों की प्रसन्नता का ठिकाना नहीं है।
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पूरे प्रदेश को सरगुन पर गर्व
सरगुन की इस उपलब्धि के बाद उसके घर पर बधाईयां देने वाले लोगों का तांता लग गया है। पूरे क्षेत्र व प्रदेश को सरगुन पर गर्व हो रहा है।
दो साल का युवान है कमाल
उल्लेखनीय है कि ऊना जिले के रक्कड़ कॉलोनी के दो साल के युवान ने भी इतनी कम आयु में इंडिया वर्ल्ड रिकार्ड संस्था में अपना नाम दर्ज करवाया है। संस्था ने युवान का ऑनलाइन टेस्ट लिया था- जिसमें युवान ने 62 गाड़ियों के नाम महज गाड़ी का लोगों देखकर बताया था। युवान गाड़ी का लोगो देखकर गाड़ी का मार्क बता देता है कि ये कौनसी गाड़ी है। इसी कारण युवान का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज हुआ है।