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September 19, 2024

हिमाचल : पुलिस वाले की बेटी बनी लेफ्टिनेंट, बिहार में देगी सेवाएं

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कांगड़ा। कहते हैं पंख छोटे हैं या बड़े इस बात से फर्क नहीं पड़ता। फर्क इस बात से पड़ता है कि पंख हैं तो सही। यहां पंखों से मतलब आपके हौंसले से हैं। जब हौंसला भर दिया ऊंची उड़ान का फिर फिजूल है देखना कद आसमान का। यह पंक्तियां चरितार्थ करती हैं कांगड़ा जिले की बेटी इशिका।

लेफ्टिनेंट बनी गांव की बेटी

मसरूर की इशिका लेफ्टिनेंट नर्सिंग ऑफिसर बन गई हैं। गांव से निकल कर इस मुकाम तक पहुंचना इशिका के लिए आसान नहीं था, लेकिन उसने कड़ी मेहनत से अपनी किस्मत को लिखा है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : बीमा कंपनी ने इंश्योरेंस देने से किया मना, अब चुकाने पड़ रहे 1.03 लाख

बिहार में सेवाएं देंगी इशिका 

इशिका ने मिल्ट्री नर्सिंग सर्विस की परीक्षा उत्तीर्ण की है। अब जल्द ही इशिका MH अस्पताल दानापुर, बिहार में सेवाएं देंगी। इशिका ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा गेलेक्सी पब्लिक स्कूल नगरोटा सूरियां से की है। इसके बाद इशिका ने नेता जी सुभाष कॉलेज ऑफ नर्सिंग कॉलेज पालमपुर से BSC. नर्सिंग की। यह भी पढ़ें: हिमाचल में नशा बेचने निकला था कश्मीरी तस्कर, करोड़ों की खेप हुई जब्त

हेड कांस्टेबल हैं पिता

इशिका के पिता संजय कौंडल नगरोटा सूरियां पुलिस चौकी में हेड कांस्टेबल सेवाएं दे रहे हैं। जबकि, उनकी मां शकुंतला देवी गृहिणी है। परिजनों का कहना है कि उन्हें इशिका पर गर्व है। इशिका ने अपनी मेहनत से इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है।

पूरे गांव में खुशी का माहौल

इशिका के लेफ्टिनेंट बनने से ना सिर्फ उसके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर सिलेक्शन होने के बाद इशिका के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : 10वीं पास को मिलेगी नौकरी, भरे जाएंगे 150 पद, जानें पूरी डिटेल

कई बेटियां बनी सेना में लेफ्टिनेंट

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की बेटियां हर कदम पर बेटों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। प्रदेश की कई बेटियों ने बड़े-बड़े मुकाम हासिल किए हैं। हाल ही में कई बेटियों भारतीय सेना में नर्सिंग ऑफिसर बनी हैं। हमीरपुर जिला की टौणीदेवी तहसील के ऊहल गांव की रहने वाली शिप्रा ठाकुर का भी चयन भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट के पद पर चयन हुआ है। शिप्रा ठाकुर सिक्किम में अपनी सेवाएं देंगी।

हौंसला मजबूत तो हर राह हो जाती है आसान

इनके अलावा सिरमौर की प्रीति, बिलासपुर की कंचन, कांगड़ा की दीक्षा कपूर समेत कई बेटियां सेना में लेफ्टिनेंट बनी है- जो कि प्रदेश के लिए बड़े ही गर्व की बात है। दीक्षा कपूर ने एक नहीं बल्कि केंद्र सरकार के 6 अलग-अलग स्थानों में नौकरी पाने में बाजी मारी है। दीक्षा की सफलता की पूरे गांव व प्रदेश में चर्चा हो रही है। दीक्षा ने इस सफलता से यह साबित कर दिखाया है कि अगर हौंसले मजबूत हो तो मुश्किल राह भी आसान हो जाती है।

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