शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला स्थित रोहड़ू के एक छोटे से गांवन दरोटी में एक साधारण परिवार में जन्मी प्रतिभा रांटा की कहानी हमेशा से एक सपने की तरह थी। बचपन से ही उनके दिल में अभिनय का जुनून था।
शिमला के चैल्सी स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने न केवल अपने अध्ययन में उत्कृष्टता हासिल की, बल्कि मंच पर अपने अभिनय कौशल से सबका ध्यान भी आकर्षित किया और आज उनकी फिल्म लापता लेडिज ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुनी गई है।
मुम्बई की यात्रा
बता दें कि प्रतिभा रांटा का फिल्मी दुनिया के प्रति बचपन से ही शौक था । 12वीं के बाद प्रतिभा ने मुंबई की ओर कदम बढ़ाया। जहां उन्होंने फिल्म मेकिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की।
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वहां पहुंचकर उन्हें एहसास हुआ कि यह शहर सपनों का है, लेकिन इसमें अपने आप को साबित करने की चुनौतियाँ भी कम नहीं थीं। 2020 में “कुर्बान हुआ” नामक प्राइम शो से उन्होंने छोटे पर्दे पर अपने करियर की शुरुआत की। उनके अदाकारी के प्रति जुनून ने उन्हें न केवल पहचान दिलाई, बल्कि उनकी मेहनत का फल भी मिला।
“लापता लेडीज” का सफर
लेकिन प्रतिभा की असली पहचान बनी “लापता लेडीज” से। यह फिल्म आमिर खान प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित थी और इसे किरण राव ने निर्देशित किया। फिल्म ने अपनी अनोखी कहानी के जरिए समाज में महिलाओं की स्थिति को चित्रित किया। इसमें प्रतिभा ने मुख्य भूमिका निभाई, जिसमें उनकी प्रतिभा और मेहनत ने सबको प्रभावित किया।
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कहानी दो युवा दुल्हनों की थी, जो एक ट्रेन यात्रा के दौरान अलग हो जाती हैं। फिल्म में प्रतिभा का किरदार दर्शकों को हंसाता और रुलाता रहा। उनकी अदाकारी ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि उन्हें ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुने जाने का गर्व भी दिलाया।
परिवार में खुशी की लहर
जब यह खबर आई, तो प्रतिभा के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। उनकी बहन आभा रांटा ने बताया कि परिवार इस उपलब्धि से बहुत खुश है। प्रतिभा की मेहनत और संघर्ष की कहानी ने उनके परिजनों को गर्वित किया। उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ प्रतिभा की कहानी नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश की भी है ।
नए प्रोजेक्ट्स और भविष्य
फिल्म की सफलता के बाद प्रतिभा ने कई अन्य प्रोजेक्ट्स पर भी काम करना शुरू कर दिया। उनका सपना केवल ऑस्कर जीतना नहीं था, बल्कि भारतीय सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाना भी था।
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प्रतिभा की कहानी ने यह साबित कर दिया कि छोटे शहरों से आने वाले लोग भी बड़े सपने देख सकते हैं और उन्हें साकार कर सकते हैं। उन्होंने अपने गांव, अपने राज्य और अपने देश को गर्वित किया। हिमाचल प्रदेश की कला और संस्कृति को संजोए प्रतिभा रांटा आगे बढ़ती जा रही है।