नाहन। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के 24 वर्षीय बेटे पंकज चौहान ने जेल वार्डर की परीक्षा में प्रदेश भर में दूसरा स्थान हासिल कर अपने और परिवार का नाम रोशन कर दिया है। नाहन विकास खंड के जमटा के रहने वाले इस 24 वर्षीय लड़के ने 100 में से 90 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश भर में दूसरा स्थान हासिल किया है।
पंकज ने जेल वार्डर की परीक्षा में प्रदेश भर में दूसरा स्थान हासिल किया
पंकज चौहान के पिता अलबेल सिहं एक राजमिस्त्री हैं। जबकि माता रोशन देवी गृहिणी हैं। पंकज ने यह सफलता कड़ी मेहनत से हासिल की है। पंकज के परिवार में पिछली कई पीढ़ियांे के बाद सरकारी नौकरी मिली है। हालांकि इससे पहले पंकज ने पुलिस भर्ती परीक्षा भी दी थी। जिसमें मात्र 0.16 अंको से वह असफल हो गया था। जेबीटी का दो वर्ष का डिप्लोमा करने के बाद पंकज ने नाहन डिग्री कॉलेज से बैचलर ऑफ वोकेशनल की डिग्री हासिल की थी।
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एचआरटीसी में परिचालक के पद पर भी हुआ है चयन
बड़ी बात यह है कि पंकज का चयन हिमाचल पथ परिवहन निगम में परिचालक के पद पर भी हो गया है, लेकिन अब पंकज की पहली पसंद जेल वार्डर का पद ही है। पंकज ने बताया कि घर की विषम परिस्थितियांे के चलते फिलहाल यह नौकरी ही मुनासिब है। क्योंकि मुझे अपने घर का सहारा बनना है। हालांकि वह प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी जारी रखेगा।
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घर की माली हालत को सुधारेंगे पंकज
पंकज ने बताया कि पिता मिस्त्री का काम करते हैं, जिससे घर का गुजारा मुश्किल से चलता है। हालांकि बड़े भाई नीरज की एक निजी क्षेत्र में नौकरी लगने से घर के हालात कुछ सुधरे हैं। वहीं पंकज की शिक्षा की बात करें तो पहली से दसवीं तक की कक्षा एचवीएन जमटा विद्यालय में की। इसके बाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जमटा से जमा दो की पढ़ाई पूरी करने के बाद नाहन से ग्रैजुएशन पूरी की। इस दौरान वो लगातार परीक्षाओं की तैयारी करते रहे।
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