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December 22, 2024

हिमाचल: 5 वर्षीय सक्षम ने बनाया नेशनल रिकॉर्ड, 195 देशों की है पूरी जानकारी

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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली के रहने वाले पांच साल के सक्षम ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। या यूं कहें कि मनाली के इस पांच साल के सक्षम ने तीसरी बार इतिहास रच दिया है तो गलत नहीं होगा। सक्षम का नाम ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड मुंबई में तीसरी बार दर्ज हो गया है। महज पांच साल की उम्र में सक्षम ने 195 देशों के झंडे, उनकी भाषा, मुद्रा और अधिकांश देशों की राजधानियों और सभी देशों के नाम स्पैलिंग के साथ याद कर लिए हैं।

तीन रिकॉर्ड बना चुका है सक्षम

सक्षम इतना होनहार है कि विश्व के मानचित्र पर कौन सा देश कहां पर है, इसकी भी उसे पूरी जानकारी है। सक्षम इससे पहले दो बार नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर चुका है। अब उसने इसी कड़ी में तीसरा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। सक्षम की इस काबलियत से उसके माता पिता काफी खुश हैं और इसके लिए वह भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं। यह भी पढ़ें : हिमाचल: श्मशान में मां को मुखाग्नि दे रहा था बेटा, पीछे से राख हो गया उसी का आशियाना

15 माह में अल्फाबेट सीख गया था सक्षम

बता दें कि सक्षम ने अपना पहला रिकॉर्ड उस समय बनाया था, जब वह मात्र 15 महीने का था। 15 माह की उम्र में ही सक्षम ने अल्फाबेट सीख लिए थे। जिसके लिए उसे मिरेकल ब्वाय का टाइटल मिला था। इसके बाद सक्षम ने दूसरा रिकॉर्ड तीन साल की उम्र में बनाया था। सक्षम ने 250 से अधिक कारों के टॉयज का संग्रह किया था। यही नहीं उसे कार के मॉडल और कार किस कंपनी की है, इसकी भी पूरी जारकारी थी। यही नहीं सक्षम को देश के आरटीओ नंबर की भी जानकारी है। यह भी पढ़ें : हिमाचल : स्कूल में घुस गए 2 चोर, प्रिंसिपल के कमरे से उड़ाना चाहा सामान- एक गिरफ्तार

चमत्कार बालक का खिताब

सक्षम की इस असाधारण उपलब्धि ने सभी को चकित कर दिया है और उन्हें चमत्कार बालक का खिताब दिया गया है। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें देश का गौरव बना दिया है। सक्षम के अंदर इस अदभुत प्रतिभा को देख कर उसके माता पिता भी हैरान हैं। सक्षम अपने माता पिता के साथ मनाली में रहता है। सक्षम के पिता हैल्थ कोच हैं, जबकि माता स्नेहा ठाकुर होटलियर एवं पेरेंटिंग कोच हैं। यह भी पढ़ें : हिमाचल में यहां 200 युवाओं को मिलेगी नौकरी, 20 हजार मिलेगा वेतन; जानें डिटेल

पांच माह की उम्र में किताबें पकड़ने लगा था सक्षम

यूकेजी कक्षा के छात्र सक्षम की उपलब्धि को देखकर माता.पिता इसके लिए परमात्मा का आभार व्यक्त करते हैं। उनका कहना है कि सक्षम ने 5 महीने की उम्र से ही किताबें पकड़नी शुरू कर दी थीं और 15 महीने की उम्र में वह अल्फाबेट सीख चुका था। 3 साल की उम्र में सक्षम 500 से ज्यादा इंगलिश के शब्द सीख चुका था। सक्षम का कहना है कि वह बड़ा होकर एस्ट्रोनॉट बनकर स्पेस में जाना चाहता है।

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