मंडी। हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में 2023 के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले 152 अधिकारियों और जवानों को डीजीपी डिस्क अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। इनमें 133 पुरुष और 19 महिला पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हैं। इनमें एक नाम ऐसा भी है, जो चौथी बार इस अवार्ड के लिए चयनित हुआ है। यह नाम आईपीएस अधिकारी भगत सिंह ठाकुर का है।
सीएम सुक्खू के गृह जिला की संभाल रहे कमान
आईपीएस भगत सिंह ठाकुर इस समय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला की कमान संभाल रहे हैं। आईपीएस अधिकारी भगत सिंह ठाकुर का नाम चौथी बार डीजीपी डिस्क अवार्ड के लिए चयनित हुआ है। जबकि इस बार लगातार दूसरी बार उनका चयन इस अवार्ड के लिए हुआ है। इससे पहले उन्हें साल 2022 में भी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इस सम्मान के साथ नवाजा गया था।
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31 साल की नौकरी में कई बार हुए सम्मानित
आईपीएस भगत सिंह पिछले 31 साल से पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जिसमें उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है। साल 2020 में आईपीएस भगत सिंह ठाकुर को प्रतिष्ठित प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से सम्मानित किया गया था। भगत सिंह ठाकुर को इससे पहले वर्ष 2009, 2018 और 2022 में डीजीपी डिस्क से सम्मानित किया जा चुका है।
इस बार क्यों मिला सम्मान
आईपीएस अधिकारी भगत सिंह ठाकुर ने 29 सितंबर 2022 से 10 जून 2024 तक थर्ड बटालियन पंडोह में बतौर कमांडेंट अपनी सेवाएं दी। इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ वहां के आधारभूत ढांचे में बदलाव किया। बल्कि आपदा के समय फील्ड पर उतर कर भी लोगों की मदद की। भगत सिंह ठाकुर ने पुलिस वेल्फेयर के लिए काम किया। पुलिस जवानों के लिए खेल कार्यक्रम के आयोजन करवाए।
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प्राकृतिक आपदा में फील्ड पर उतर कर किया था काम
भगत सिंह ठाकुर ने सामाजिक कार्यों में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। पिछले साल जब 2023 की प्राकृतिक आपदा आई थी, उस समय उन्होंने फील्ड में उतर कर लोगों की मदद की। यहां तक कि आपदा प्रभावितों के लिए उन्होंने बटाालियन के दरवाजे भी खोल दिए थे। पंडोह के लोग आज भी उनके इस कार्य के लिए याद करते हैं।
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कब किया था पुलिस विभाग ज्वाइन
राजधानी शिमला के रहने वाले भगत सिंह ठाकुर ने साल 1994 में बतौर इंस्पेक्टर के पद पुलिस विभाग में अपने करियर की शुरूआत की थी। उसके बाद सोलन और पांवटा साहिब में बतौर एसएचओ अपनी सेवाएं दीं। साल 2000 में भगत सिंह डीएसपी के पद पर प्रमोट हुए और पांवटा साहिब, राजगढ़ और परवाणू में बतौर डीएसपी अपनी सेवाएं दीं। भगत सिंह ने एचपीयू में मुख्य सुरक्षा अधिकारी के तौर पर काम किया।
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2015 में एसपी के पद पर हुए थे प्रमोट
बतौर एएसपी भगत सिंह ठाकुर ने बिलासपुर, सिरमौर और सोलन जिलों में सेवाएं दी और साल 2015 में वह एसपी बन गए। एसपी बनने के बाद उन्हंे किन्नौर भेजा गया। इसके बाद भगत सिंह ने एसपी स्टेट सीआईडी शिमला, एआईजी रेलवे एंड ट्रेफिक पुलिस, एसपी एस्टेट एंड वेल्फेयर, एसपी लॉ एंड ऑर्डर और कमांडेंट जुन्गा में अपनी सेवाएं दी।
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सितंबर 2022 से कमांडेंट थर्ड बटालियन पंडोह के पद पर अपनी सेवाएं देने के बाद 10 जून 2024 से बतौर एसपी हमीरपुर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भगत सिंह ठाकुर बॉक्सिंग के राष्ट्रीय खिलाड़ी और नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुके हैं।
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भगत सिंह ने अपनी गाड़ी से हटाया था फ्लैशर और सायरन
सीएम सुक्खू के गृह जिला में 10 जून को बतौर एसपी अपनी सेवाएं शुरू करते ही उन्होंने सबसे पहले अपने आप में बदलाव किया था। उन्होंने एसपी पद के चलते मिली सरकारी गाड़ी से फ्लैशर हटा दिया और सायरन को भी बंद करवा दिया। भगत सिंह ने अपने स्टाफ् को भी सख्त निर्देश दिए थे कि उनकी सरकारी गाड़ी बीना फ्लैशर और सायरन के चलाई जाए। कभी कोई बड़ी अनहोनी या इमरजेंसी में फ्लैशर या सायरन का इस्तेमाल किया जा सकता है।