#उपलब्धि

September 3, 2024

हिमाचल का दंपति- साथ में पढ़ाई, फिर की शादी- अब दोनों को मिला इंटरनेशनल अवार्ड

शेयर करें:

चंबा। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला चंबा के दंपति ने कमाल कर दिया है। विज्ञान क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए जिला के चुराह क्षेत्र से दंपति डॉ. सुभाष कुमार और डॉ. नमो दुबे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बड़ा सम्मान मिला है। यह सम्मान दंपति को दिल्ली में आयोजित एक समारोह में मिला।

दंपति को मिला युवा शोधकर्ता पुरस्कार

चुराह क्षेत्र के दम्पति यह सम्मान विज्ञान और समाज के क्षेत्र में उत्कृष्ट रिसर्च के लिए मिला है। डॉ. सुभाष कुमार  और डॉ. नमो दुबे को जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवा शोधकर्ता पुरस्कार से नवाजा गया। बता दें कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-नई दिल्ली में आयोजित CITAAS-2024 का आयोजन हुआ था।

क्यों मिला सम्मान

बता दें कि डॉ. नमो दुबे जैव प्रौद्योगिकी विभाग, युंगनाम विश्वविद्यालय, दक्षिण कोरिया में पोस्ट डॉक्टरल रिसर्चर के रूप में कार्यरत हैं, जहां वे अपनी रिसर्च भी कर रही है। वहीं उनके पति डॉ. सुभाष कुमार खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में कार्य कर रहे हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल : सैलरी-पेंशन के लिए इंतजार बरकरार, आज CM से मिलेंगे कर्मचारी नेता डॉ. सुभाष कुमार को सर्वश्रेष्ठ PhD थीसिस के लिए सम्मान मिला है। बता दें कि अभी तक सुभाष कुमार ने 18 से अधिक रिसर्च आर्टिकल लिखें हैं, जोकि इंटरनैशनल साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। अपने इस योगदान के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

गांव से की है पढ़ाई

जानकारी के अनुसार, डॉ कुमार का जन्म चुराह के लग्घा गांव में हुआ। वहीं से उनकी स्कूली पढ़ाई भी हुई। इसके बाद PhD की पढ़ाई के लिए पालमपुर गए। जहां उनकी मुलाकात नमो दुबे से हुई। दोनों ने साथ में PhD की पढ़ाई की और रिसर्च में साथ काम किया। शादी के बाद भी दोनों ने पढ़ाई का जनून नहीं छोड़ा और आज इस स्तर पर पहुंच चुके हैं कि दोंनों को इंटरनेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह भी पढ़ें: नकली ADG बनकर शातिर कर रहा था ठगी, DGP हिमाचल की सास निकली महिला

जारी रखेंगे शोध

दंपति ने इस सम्मान को पाने के बाद कहा कि आगे भी वह राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाज व विज्ञान के क्षेत्र में अपने शोध जारी रखेंगे। वहीं उन्होंने इस सफलता के लिए प्रधान वैज्ञानिक दक्षिण कोरिया CSIR-IHBT MH किम का आभार जताया है। बता दें कि डॉ. कुमार को ICMR- JRF नई दिल्ली और डॉ. दुबे को CSIR-UGC-JRF नई दिल्ली से PhD के रिसर्च के लिए फैलोशिप मिल चुकी है।

दंपति ने पेश की मिसाल

बता दें कि दोनों पति-पत्नी ने पूरे प्रदेश में मिसाल पेश की है। साथ ही हिमाचल प्रदेश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ऊंचा किया है। इस सफलता से जहां एक ओर विज्ञान को लेकर प्रदेश के छात्रों की रूचि बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर रिसर्च करने का सोच रहे विद्यार्थियों के लिए भी एक मिसाल रहेगी।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख