मंडी। हिमाचल प्रदेश में होनहारों की कमी नहीं हैं। प्रदेश के युवाओं ने आज दुनिया भर में कई बड़े मुकाम हासिल कर प्रदेश के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन किया है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की एक और बेटी का नाम जुड़ गया है। छोटी सी उम्र में इस बेटी ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
पहली भारतीय पायलट अलीशा
मंडी जिला के जोगिंद्रनगर के अंतर्गत आते ट्रामट गांव की अलीशा कटोच पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी वर्ल्ड कप में भाग लेने वाली पहली भारतीय पायलट बन गई हैं।
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पांच पदक कर चुकी हैं हासिल
साल 2023 में अलीशा ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। अलीशा ने पिछले 15 महीने में प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पांच पदक हासिल किए हैं। जिनमें तीन एक्यूरेसी और दो क्रॉस कंट्री प्रतियोगिताएं शामिल हैं।
घर पर बिना बताए किया प्रशिक्षण
अलीशा कटोच बताती हैं कि साल 2019 में जब वह 16 साल की थी तो उन्होंने अपने परिवार को बिना बताए अपने खर्च पर पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उनका यह कहना है कि उन्होंने यह मुकाम भारत के वर्तमान शीर्ष रैंक वाले पायलट विजय सोनी के सान्निध्य में हासिल किया है।
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बहुत आगे जाना है अभी
अलीशा का कहना है कि यह तो बस एक शुरुआत है। अभी बहुत आगे जाना है। मेरी असली जीत तभी होगी जब मैं विदेश में अपने देश का नाम रोशन करुंगी।