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September 7, 2024

किसान की बेटी बनेगी डॉक्टर, NEET 2024 परीक्षा में प्रदेश भर में पाया दूसरा स्थान

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पांवटा साहिब (नाहन)। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। यह कहावत हिमाचल की उन बेटियों पर पूरी तरह से स्टिक बैठती है, जो विकट परिस्थियितों में भी अपने हौंसलों और मेहनत के दम पर बड़े बड़े मुकाम हासिल कर रही हैं। ऐसी ही एक बेटी हिमाचल के सिरमौर जिला की प्रीति है।

नीट परीक्षा में प्रदेश भर में पाया दूसरा स्थान

उपमंडल पांवटा साहिब की प्रीति ने नीट 2024 की परीक्षा में अपनी मेहनत के दम पर पूरे प्रदेश भर में दूसरा स्थान हासिल किया है। प्रीती ने प्रदेशभर में ओबीसी कैटेगरी में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपने माता पिता का नाम रोशन कर दिया है। यह भी पढ़ें: हिमाचल से अमृतसर जा रही बस रास्ते में पलटी, डेढ़ दर्जन लोग थे सवार प्रीती की इस कामयाबी से ना सिर्फ उसके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। उपमंडल पांवटा साहिब के धौलाकुआं के छोटे से गांव भारापुर की रहने वाली प्रीती ने नीट 2024 की परीक्षा में 720 में से 676 अंक हासिल किए हैं।

आईजीएमसी में करेगी एमबीबीएस की पढ़ाई

प्रीती अब हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से एमबीबीएस की पढ़ाई करेगी और एक सफल डॉक्टर बनने की राह में आगे बढ़ेगी। बेटी की इस उपलब्धि से उनके गांव में भी खुशी का माहौल है। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि प्रीती को देख कर उनके गांव की अन्य बेटियों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। यह भी पढ़ें: आर्थिक संकट के बीच सुक्खू सरकार भरने जा रही 1 हजार पद, वह भी नियमित रूप में

खेतीबाड़ी करते हैं प्रीती के पिता

प्रीती की यह उपलब्धि इसलिए भी बड़ी मानी जा रही है, क्योंकि प्रीती के पिता खेतीबाड़ी करते हैं और उनकी आय इतनी अधिक नहीं है कि वह अपनी बेटी को उचित संसाधन मुहैया करवा सकें। बावजूद इसके प्रीती ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर यह कामयाबी हासिल की है। प्रीती के पिता केवल सिंह खेतीबाड़ी करते हैं और उनकी माता अनीता देवी गृहिणी हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल में ये लोग फूंक सकेंगे 300 यूनिट फ्री बिजली, CM सुक्खू बोले बड़ी बात

10वीं में 98 और 12वीं में पाए थे 94 प्रतिशत अंक

पिता केवल सिंह और माता अनीता देवी बेटी की इस उपलब्धि से काफी खुश हैं। केवल सिंह ने कहा कि उनकी बेटी ने सीमित संसाधनों में यह सफलता हासिल की है। वहीं प्रीती ने बताया कि उसने अपने प्रारंभिक शिक्षा निजी स्कूल से पूरी की है। दसवीं कक्षा में प्रीती ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। वहीं 12वीं की परीक्षा में प्रीती ने 94 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। यह भी पढ़ें: फोन सुनते फिसला पैर- सीधे खाई में गिरे मंत्री के सहयोगी पिंटू जिंटा

प्रीती गांव की पहली लड़की जो करेगी डॉक्टर की पढ़ाई

प्रीति के पिता ने बातचीत में बताया कि बेटी बचपन से ही पढाई में अव्वल रही है। उन्होंने बताया कि गांव से प्रीति पहली ऐसी लड़की है जो डॉक्टर बनने की पढाई करेगी। प्रीति ने कठिन परिश्रम और संकल्प से यह मुकाम हासिल किया है। प्रीति की इस सफलता पर परिवार, मित्र और गांव के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि से न सिर्फ उनके परिवारए बल्कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ा है।

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