हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले की बेटी दीक्षा शर्मा का चयन नेवी में बतौर लेफ्टिनेंट हुआ है। दीक्षा के लेफ्टिनेंट बनने से परिवार के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। दीक्षा की इस उपलब्धि से क्षेत्रवासी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
नर्सिंग ऑफिसर बनी दीक्षा
दीक्षा शर्मा ने मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) की परीक्षा पास कर यह सफलता हासिल की है। दीक्षा 6 अगस्त को INHS कल्याणी विशाखापत्तन में बतौर नर्सिंग लेफ्टिनेंट ज्वाइन करेंगी।
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छोटे से गांव में है घर
दीक्षा शर्मा हमरीपुर जिला के भोरंज उपमंडल स्थित बरठवान गांव की रहने वाली हैं। दीक्षा की प्रारंभिक शिक्षा DAV धर्मशाला से हुई है। इसके बाद दीक्षा ने द्रोणाचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग योल कैंट से नर्सिंग की है।
बचपन में हो गया था पिता का देहांत
दीक्षा के पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। दीक्षा की मां वीना शर्मा प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में कार्यरत हैं। दीक्षा का एक भाई भी है- जो कि इंजीनियर है। उन्होंने बताया कि दीक्षा का बचपन से ही सेना में भर्ती होने का सपना था- जिसे दीक्षा ने आज कड़ी मेहनत कर हासिल कर लिया है।
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मामा से मिली प्रेरणा
दीक्षा ने बताया कि उनको यह प्रेरणा उनके मामा से मिली है। जो कि पहले से ही सेना में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि उनके सपने को सच करने में उनकी मां वीना शर्मा और भाई नितिन शर्मा ने विशेष योगदान दिया है।
मध्यवर्गी परिवार की बेटी है शिवानी
बता दें कि बीते कल हमीरपुर की शिवानी ठाकुर को भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनाती का पत्र मिला था। मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाली इस बेटी ने अपने कड़े परिश्रम से इस मुकाम को हासिल किया है। शिवानी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है।
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छोटे से गांव में दुकानदार हैं शिवानी के पिता
25 वर्षीय शिवानी जिले के बल्ह गांव की रहने वाली है। शिवानी 5 अगस्त को आर्मी 151 अस्पताल गुवाहाटी में ज्वाइनिंग करेंगी। शिवानी ठाकुर के पिता सुरजीत ठाकुर एक दुकानदार हैं।
छोटे से गांव में दुकान चलाकर ही सुरजीत ठाकुर ने ना सिर्फ अपने परिवार को पालन पोषण किया, बल्कि बेटी को अच्छी शिक्षा भी दिलवाई। जिसका नतीजा है कि आज शिवानी ठाकुर भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बन गई है।