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June 6, 2024

हिमाचल के जवान ने 20 दिन लड़ी जिंदगी की जंग: दो बेटों और पत्नी को छोड़ गया

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ऊना। हिमाचल प्रदेश को विश्वभर में वीरभूमि के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिएए क्योंकि सेना में प्रदेश के हजारों जवान मातृभूमि की रक्षा हेतु अपनी जान देने के लिए हर पल तैयार रहते हैं। इस सब के बीच आज प्रदेश के जिला ऊना में एक वीर जवान की मौत की दुखद खबर सामने आई है। इस जवान का उनके पैतृक गांव में आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने जवान को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।

आर्मी कैंप में आग बुझाते झुलसा था जवान

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला उपमंडल हरोली के गांव पंडोगा निवासी डोगरा रैजीमैंट में सैनिक कुलविंदर सिंह जम्मू के आर्मी कैंप में ड्यूटी कर रहे थे। बीते माह अचानक आर्मी कैंप में भीषण आग भड़क गई। यह भी पढ़ें: सड़क किनारे खड़े कंटेनर में आ घुसी दो बाइकें- तीन थे सवार जिसे बुझाने के लिए सैनिक कुलविंदर सिंह ने अपनी जान जोखिम में डाल दी। बताया गया कि आग पर काबू पाने के दौरान सैनिक कुलविंदर सिंह स्वंय आग की चपेट में आ गया।

20 दिन चली जिंदगी और मौत के बीच जंग

आग बुझाते हुए कुलविंदर तकरीबन 60 फीसदी से ज्यादा झुलस गए थे। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए तुरंत आर्मी अस्पताल उधमपुर ले जाया गया। मगर 20 दिन तक चली जिंदगी और मौत के बीच की जंग में कुलविंदर बीते मंगलवार को हार गया। यह भी पढ़ें: आखिरी ख़त छोड़ गई हिमाचल की महिला अधिकारी: इस बात से थी परेशान कुलविंदर अपने पीछे अपने दो बच्चों व पत्नी को छोड़ पंचतत्व में विलीन हो गया। कुलविंदर के बच्चे अभी मात्र 8 व 11 साल के ही हैं। कुलविंदर सिंह स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान गुलविंदर सिंह गोल्डी के बड़े भाई थे।

प्रशासनिक अधिकारी भी हुए शामिल

कुलविंदर सिंह को आज अंतिम विदाई देने के लिए सैंकड़ों लोग मौजूद थे। एक ओर कुलविंदर सिंह के साथी सैनिकों ने फायर करते हुए उनके बलिदान को याद किया तो दूसरी ओर ऊना जिला प्रशासन की तरफ से SDM हारोली व DSP हेडक्वार्टर ने भी अंत्येष्टि में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह भी पढ़ें: उपचुनाव जीतने के बाद मां चिंतपूर्णी तक की पैदल यात्रा पर निकले “विक्कू”

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