#हादसा

August 19, 2024

मणिमहेश यात्रा पर निकले थे 7 दोस्त, पहाड़ी से आए मलबे में दबा एक युवक

शेयर करें:

चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में मणिमहेश यात्रा करने जा रहे दोस्तों पर कुदरत ने ऐसा कहर ढाया कि धार्मिक यात्रा पर निकले इन दोस्तों को अपने ही एक दोस्त की अंतिम यात्रा में जाना प़ गया। मणिमहेश यात्रा पर निकले इन दोस्तों के साथ एक ऐसा हादसा हो गया, जिसमें एक दोस्त की दर्दनाक मौत हो गई। बड़ी बात यह है कि युवक के घर में जहां रक्षाबंधन की खुशियां मनाई जा रही थी, वहीं उन्हें बेटे की मौत की खबर सुनने को मिल गई। यह हादसा चंबा जिला के लाहड़ू नूरपुर मार्ग पर हुआ है।

मणिमहेश यात्रा पर जा रहे सात दोस्तों के साथ हादसा

दरअसल ऊना जिला से सात दोस्त एक गाड़ी में सवार होकर पवित्र मणिमहेश यात्रा पर निकले थे। यह लोग घर से रविवार दोपहर को निकले। जिसके चलते रात करीब साढ़े 12 बजे यह लोग लाहडू-नुरपूर मार्ग पर टिक्कर नाला के पास पहुंचे। यहां भारी बारिश के चलते सड़क पर जमा कीचड़ में इन लोगों की गाड़ी फंस गई। गाड़ी को निकालने के लिए युवक धक्का देने के लिए बाहर निकले।

रात के अंधेरे में पहाड़ से आई मौत

इसी बीच हो रही भारी बारिश के चलते अचानक पहाड़ी से भूस्खलन हो गया और भारी मलबा बह कर सड़क पर पहुंच गया। जिसे देख कर सभी दोस्त यहां वहां भागने लगे। इसी बीच ऊना जिला के दौलतपुर निवासी जसबीर पुत्र जीत सिंह भूस्खल की चपेट में आ गया और मलबे के साथ ही बह गया। रात के अंधेरे में इस दहशत भरे माहौल को देख कर अन्य दोस्त यहां वहां भाग गए।

कब और कहां मिला शव

अल सुबह जब सभी दोस्त वहां पर पहुंचे तो जसबीर को मौके पर नहीं पाया। जिसकी सूचना अन्य दोस्तों ने भटियात प्रशासन को दी। प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया और आज सोमवार दोपहर करीब 11 बजे जसबीर का शव 200 मीटर दूर मलबे से बरामद कर लिया। बचाव टीमों ने शव को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।श्

क्या कहते हैं एसडीएम भटियात

वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। एसडीएम भटियात पारस अग्रवाल ने बताया कि मूसलाधार बारिश के बीच गाड़ी कीचड़ में फंसने पर धक्का लगाने के लिए युवक बाहर निकले थे। इसमें से एक व्यक्ति भूस्खलन के बाद मलबे के बहाव में बह गया। इसका शव सोमवार सुबह बरामद कर लिया गया है।
यह भी पढ़ें: रक्षाबंधन पर दो बहनों ने अंतिम यात्रा पर भेजा इकलौता भाई, नहीं बांध पाई राखी

क्यों होते हैं चंबा की सड़कों पर हादसे

बता दें कि हिमाचल का चंबा जिला पूरी तरह से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां की सड़कें सर्पीली होती हैं। ऐसे में जब मणिमहेश की यात्रा शुरू होती है तो इन सड़कों पर वाहनों की भारी भीड़ लग जाती है। ऐसे में अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी कुलबीर सिंह राणा ने विशेषकर मैदानी क्षेत्रों पंजाबए हरियाणाए दिल्लीए राजस्थान इत्यादि से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी रखने का आह्वान किया है। उन्होंने श्रद्धालुओं को परामर्श देते हुए कहा है कि पहाड़ी क्षेत्र में वाहन चलाते समय अत्यंत सावधानी रखें। यह भी पढ़ें:हिमाचल में फिर आई बाढ़: घरों में घुसा पानी- लोग भागने को मजबूर

वाहन चालकों को सलाह, हैवी गियर का करें प्रयोग

मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से जिला प्रशासन ने अपील की है कि वह सावधानी से वाहन चलाएं। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में उतराई के दौरान वाहनों के ब्रेकिंग सिस्टम का अत्यधिक गर्म होना दुर्घटना का प्रमुख कारण रहता है। सुरक्षा की दृष्टि से यह आवश्यक है कि उतराई के दौरान वाहन की गति नियंत्रित रखते हुए बड़े गेयर का प्रयोग करें। रात के समय बिल्कुल यात्रा न करें। यह भी पढ़ें: रक्षाबंधन से पहले मक्की के खेत में मिली बच्ची: पोस्टमार्टम आज

कब से शुरू हो रही है मणिमहेश यात्रा

पवित्र मणिमहेश यात्रा के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। स्थानीय परंपरा के अनुरूप कृष्ण जन्माष्टमी से राधा अष्टमी तक श्री मणिमहेश यात्रा का आयोजन होता है। कृष्ण जन्माष्टमी वाले दिन को छोटा न्होंण तथा राधा अष्टमी वाले स्नान के दिन को बड़ा न्होंण कहा जाता है। यह यात्रा अधिकारिक रूप से 26 अगस्त से शुरू होगी और 11 सितंबर तक चलेगी। यह भी पढ़ें: शिक्षक ने छत पर सजा रखी थी शरा*ब की महफिल, अचानक से लगा करंट और…

हैली टैक्सी की मिलेगी सुविधा

पवित्र मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर से गौरीकुंड के बीच 22 अगस्त से हवाई सेवा शुरू होगी। जो 11 सितंबर तक चलेगी। भरमौर से गौरीकुंड हवाई सफर करने के लिए श्रद्धालुओं को एक तरफ का किराया 3895 रुपए देना होगा। यह किराया दर विगत वर्ष के मुकाबले 605 रुपए कम है। अधिक जानकारी के लिए नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 01895-225027 पर संपर्क कर सकते हैं।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख