#हादसा

August 11, 2024

समेज में 10 दिन पहले मिली थी महिला की बाईं टांग, DNA से हुई पहचान

शेयर करें:

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के तहत आते रामपुर में समेज गांव के लापता लोगों की तलाश बीते दस दिन से लगातार जारी है। समेज से 36 लोग 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद भारी बाढ़ आने के कारण लापता हो चुके थे। दस दिन के सर्च अभियान में अब तक 15 शव बरामद कर लिए गए हैं, जिनमें से अभी तक कुल पांच शवों की ही पहचान हो पाई है।

DNA से हुई पहचान

बतौर रिपोर्टर्स, समेज त्रासदी के बाद सर्च ऑपरेशन में 01 अगस्त को एक महिला की टांग ही मिल पाई थी। दसवें दिन DNA रिपोर्ट के जरिए मृतक महिला की पहचान हो गई। हालांकि, मृतक महिला का अभी तक पूरा शरीर बरामद नहीं हो पाया है। यह भी पढ़ें: 26 साल का फौजी शहीद, इकलौता बेटा था- 2 माह बाद शादी थी DNA के अनुसार टांग की पहचान संतोष कुमारी पत्नी सूरत राम गांव अपर सुघा तहसील रामपुर के रूप में हुई है। ऐसे में पहले तीन लोगों की पहचान हो चुकी थी। उसके बाद एक और शव बरामद किया गया था जो कल्पना कदारटा का था। लेकिन अब एक और महिला के शव की पहचान हो गई है।

नहीं मिल पाया है महिला का पूरा शरीर

मामले की पुष्टि करते हुए DSP रामपुर नरेश शर्मा ने बताया कि 01 अगस्त को दत्तनगर में एक महिला की बाई टांग मिली थी। महिला का पूरा शरीर नहीं मिल सका है। जिसकी DNA मिलान किया गया और पहचान हो गई। यह भी पढ़ें: खेतों की रखवाली करने जा रहे नंदलाल को बैल ने कुचला, नहीं बची जा.न उन्होंने बताया कि, अभी तक कुल 15 शव मिल चुके हैं। यह सभी शव घटनास्थल से काफी दूर मिले हैं। जिनमें से चार शव रामपुर के नोगली व आसपास के क्षेत्रों में और तीन शव सुन्नी के दोगरी में व अन्य शव सुन्नी डेम से बरामद किए गए हैं।

अभी भी दर्जनों लोग हैं लापता

यह भी पढ़ें: हिमाचल का वीर जवान आतंकी मुठभेड़ में हुआ शहीद, मां-बाप से छिन गया सहारा बता दें कि, बीते दस दिनों से लगातार NDRF, SDRF, सेना, पुलिस व होमगार्ड की खोजी टीमें अलग-अलग हिस्सों में सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं। मगर अब तक भी कई लापता लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख