शिमला। हिमाचल प्रदेश में बीती 31 जुलाई की रात कुछ लोगों को कभी ना भूलने वाली गम दे गई है। देर रात हुई त्रासदी ने शिमला के समेज गांव का नामोनिशान तक मिटा दिया। समेज हादसे में लोग लापता हुए 36 लोगों में से 21 शवों को पहले ही बरामद कर लिया गया है।
क्षत-विक्षत हालत में मिला शव
अब 31 दिनों बाद एक और व्यक्ति का शव बरामद किया गया है। शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है। मगर 14 लापता लोगों का अभी भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
यह भी पढ़ें: घर से बाजार जाने के लिए निकला 27 वर्षीय युवक, पहाड़ी से लगाई छलांग
नहीं हो पाई मृतक की पहचान
यह शव शिमला और मंडी जिले की सीमा पर स्थित कोलडैम से मिला है। यह शव किसी पुरुष का है। हालांकि, मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। शव की शिनाख्त करने के लिए DNA सैंपलों से मिलान किया जा रहा है।
कोल डैम ने उगला एक और शव
जानकारी के अनुसार, स्थानीय बोट संचालकों ने कोलडैम में एक शव देखा। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने क्षत-विक्षत हालत में पानी से शव को बाहर निकाल कर सुन्नी अस्पताल पहुंचाया। यहां शव के DNA सैंपल लेने के बाद पुलिस टीम ने शव को IGMC शिमला भेज दिया।
तलाश में जुटी हैं टीमें
आपको बता दें कि पुलिस और होमगार्ड के जवान अभी भी लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। कोलडैम में शवों की तलाश के लिए स्थानीय बोट संचालकों की मदद ली जा रही है।
दोघरी में मिला था बच्ची का शव
उल्लेखनीय है कि अभी दो दिन पहले कोल डैम के पास दोघरी में सुबह के समय एक शव बरामद किया गया। वो शव काफी क्षत-विक्षत हालात में मिला था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि वो शव 14-15 साल की लड़की का है।
पहले भी मिल चुके हैं शव
वहीं, रामपुर से 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुन्नी डैम में पहले भी कई शव मिल चुके हैं। जो कि समेज गांव और बागीपुल से बहकर यहां तक पहुंचे। समेज में हुई त्रासदी में बहे लोगों की लाशें अब सुन्नी का ये डैम उगल रहा है। समेज गांव में सर्च ऑपरेशन बंद करने के बाद अब इसी इलाके के आस-पास खोज जारी है।