मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में बुधवार रात को आई बाढ़ में तीन घर मलबे में दब गए थे। इस हादसे में मलबे में तीन घरों के करीब 11 सदस्य लापता थे। जिनकी तलाश की जा रही है। यह हादसा मंडी जिला की चौहारघाटी के राजबन में हुआ था।
तीन दिन तक के सर्च ऑपरेशन में यहां से अब तक आठ लोगों के शव मिले चुके हैं, जिसमें तीन बच्चों के शव हैं। बीते रोज भी यहां से एक मां और उसकी तीन माह की बेटी के शव मिले थे। मलबे में मिले मां बेटी की ह्रदयविदारक झलक ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
सोनम ने मरते दम तक अपनी बच्ची को सीने से लगाए रखा
रेस्क्यू टीमों को जैसे ही मलबे में मां का शव मिला तो उसके सीने से उसकी तीन माह की बच्ची भी लिपटी थी। यानी मां ने अपनी दुधमुंही बच्ची को मरते दम तक अपने सीने से लगाए रखा। इतना बड़ा सैलाब आने के बाद भी मां ने अपनी मासूम बच्ची को नहीं छोड़ा। मां और उसके सीने से लिपटी बच्ची की देह देख कर वहां मौजूद हर शख्स की आंखों से झर झर आंसू बहने लगे।
यह भी पढ़ें: उफनती खड्ड पार कर स्कूल जाती छात्राएं, सो रही सरकार- विक्रमादित्य का विभाग
राम सिंह पत्नी और बेटी के नहीं कर पाया अंतिम दर्शन
मृतक मां की पहचान 23 वर्षीय सोनम और उसकी तीन माह की बच्ची मानवी के रूप में हुई है। इससे भी बड़ी दुखद घटना यह है कि सोनम का पति राम सिंह उर्फ रामू इस बाढ़ में गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसका इलाज टांडा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। राम सिंह अपनी पत्नी और बेटी के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाया।
घटना के दिन परिवार के साथ सोया था राम सिंह
राम सिंह की पत्नी सोनम और तीन माह की बेटी मानवी के शव रविवार को मिले थे। जिनका आज सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन राम सिंह अपनी पत्नी और तीन माह की बेटी के अंतिम दर्शन करने से भी वंचित रह गया।
घटना के दिन राम सिंह अपने परिवार के साथ ही सोया हुआ था। बाढ़ आने पर वह किसी तरह से बच गया, लेकिन गंभीर रूप से घायल हो गया।