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August 29, 2024

मणिमहेश यात्रा पर जा रहा था युवक, भरमाणी माता मंदिर में बिगड़ी तबीयत और...

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चंबा। उत्तर भारत की सुप्रसिद्ध पवित्र मणिमहेश यात्रा शुरू हो गई है। यात्रा शुरू होते ही यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। मगर इस बीच कुछ श्रद्धालुओं की मौत हो जाने की भी खबरें सामने आ रही हैं। बीते कल भी यात्रा पर आए एक 26 वर्षीय युवक की मौत हो गई है।

भरमाणी माता मंदिर में दर्शन करने आया था युवक

शुरुआती जांच में युवक की मौत का कारण सीने में दर्द होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि भरमाणी माता मंदिर में युवक को अचानक सीने में दर्द उठा और उसकी मौत हो गई। यह भी पढ़ें: पैतृक गांव पहुंचा शहीद आशीष का पार्थिव शरीर, टकटकी लगाए निहार रही बूढ़ी मां

स्नान के बाद सीने में उठा दर्द

जानकारी के अनुसार, बुधवार यानी बीते कल युवक भरमाणी माता के दर्शन करने गया हुआ था। जैसे ही वह कुंड से स्नान करे बाहर निकला तो उसे अचानक सीने में जोरदार दर्द होने लगी। इसी बीच वहां मौजूद लोगों द्वारा उसे नजदीकी स्वास्थ्य जांच शिविर पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां पहुंचने पर अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान 26 वर्षीय माोहिंद्र पाल के रूप में हुई है- जो कि पठानकोट का रहने वाला था। मामले की पुष्टि SP चंबा अभिषेक यादव के रूप में हुई है। यह भी पढ़ें: शिक्षा के गिरते स्तर पर मंत्री ने जताई चिंता- कैसे तीसरे से 18वें स्थान पर पहुंचा हिमाचल?

NDRF-SDRF की तैनाती

बता दें कि भरमौर से मणिमहेश के रास्ते में NDRF-SDRF की टीमों की तैनाती की गई है। ताकि किसी भी श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। वहीं, 5 अलग-अलग स्थानों पर मेडिकल टीम की तैनाती की गई है।

यहां बनाए गए है कैंप

26 अगस्त से 11 सितंबर तक चलने वाली मणिमहेश यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। मणिमहेश यात्रा के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए भरमौर, हड़सर, धनछो, सुंदरासी और गौरीकुंड में 5 कैंप लगाए गए हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल: पति-पत्नी का झगड़ा छुड़ाने आया था साडू, खुद की गवाई जान

हेली टैक्सी की मिल रही सुविधा

प्रशासन द्वारा हेली टैक्सी में भरमौर से गौरीकुंड तक का किराया 3875 रुपए रखा गया है। पिछले साल के मुकाबले इस बार के किराए में 20 प्रतिशत कमी की गई है। वहीं, घोड़ा-खच्चर से आने-जाने का किराया 4700 रुपए प्रति सवारी तय किया गया है।

 इन निर्देशों का करें पालन

  • स्वास्थ्य और फिटनेस:
यात्रा से पहले अपनी स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन कर लें। मणिमहेश यात्रा पहाड़ी और कठिन मार्गों से होती है, इसलिए अच्छी शारीरिक फिटनेस आवश्यक है। यात्रा के दौरान हाइड्रेटेड रहने और छोटे-छोटे ब्रेक लेने की आदत डालें। यह भी पढ़ें: HRTC बस और बाइक में जोरदार टक्कर, एक घर का बुझ गया चिराग
  • वस्त्र और सामान:
हल्के और आरामदायक वस्त्र पहनें, लेकिन ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े भी साथ रखें, खासकर रात के समय। मजबूत और आरामदायक जूते पहनें, जो पहाड़ी रास्तों पर चलने के लिए उपयुक्त हों। गर्म कपड़े, छाता/रेनकोट, और स्लीपिंग बैग जैसे आवश्यक सामान पैक करें।
  • खाद्य और पेय पदार्थ:
हल्का और आसानी से पचने वाला खाना साथ रखें। यात्रा के दौरान पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण है। स्थानीय भोजन का सेवन करते समय सतर्क रहें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  • यात्रा की योजना और मार्गदर्शन:
यात्रा से पहले मौसम की रिपोर्ट जांच लें और मार्ग की जानकारी प्राप्त करें। मार्ग पर अनुभवी गाइड या स्थानीय लोगों से मार्गदर्शन प्राप्त करें, खासकर यदि आप पहली बार यात्रा कर रहे हैं।
  • सुरक्षा:
रात के समय यात्रा करने से बचें। दिन की रोशनी में यात्रा करना अधिक सुरक्षित होता है। रास्ते पर सुरक्षा संकेतों और स्थानीय नियमों का पालन करें।
  • धार्मिक और सांस्कृतिक सम्मान:
स्थानीय धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं का सम्मान करें। पवित्र स्थलों पर विशेष सावधानी बरतें और शालीनता बनाए रखें।
  • प्राथमिक चिकित्सा:
प्राथमिक चिकित्सा किट साथ रखें जिसमें बुनियादी दवाइयां, पट्टियाँ, और अन्य आवश्यक सामग्री हो। यात्रा के दौरान किसी भी स्वास्थ्य समस्या का तुरंत इलाज करवाएं।

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