मंडी। पिता और बेटी के रिश्ते को काफी अनमोल माना जाता है। कहा जाता है कि एक पिता अपनी बेटी की आंखों में कभी आंसू नहीं देख सकता है और वो अपनी बेटी को खुश रखने के लिए हर संभव प्रयास करता है। जरा सोचिए क्या बीत रही होगी उस बेटी पर जिसके जन्मदिन पर उसके पिता दुनिया छोड़ कर चले गए। जिस घर में जन्मदिन मनाने की तैयारियां चल रही थी उसी घर में मातम पसरा हुआ है।
बेटी के जन्मदिन का केक लाने गया था पिता
यह दुखद खबर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला से सामने आई है। जिले के बालीचौकी उपमंडल में अपनी बेटी के जन्मदिन का केक लाने गए एक पिता की दर्दनाक मौत हो गई है। मृतक की पहचान अमर सिंह के रूप में हुई है- जो कि सोमगाड़ के जयरा गांव का रहने वाला था।
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नाले में गिर गई थी सड़क
बताया जा रहा है कि बालीचौकी की थाची चलौट सड़क पर भाटलुधार के पास कार नाले में गिरने के कारण अमर सिंह दर्दनाक मौत हुई है। अमर सिंह की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है।
अमर सिंह की मौत की खबर सुनने के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। पूरा परिवार जश्न की तैयारी में बैठा हुआ केक लाने गए अमर सिंह का इंतजार कर रहा था। मगर अब सारी खुशियां मातम में बदल गई हैं। अमर सिंह अपने पीछे बूढ़ी मां, पत्नी और बेटियां छोड़ गए हैं।
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अमर सिंह की बेटी बार-बार पिता के घर आने की बात कह रही है। बेटियां पिता से फोन पर बात करने की जिद पर अड़ी हुई हैं। अमर सिंह की मौत के बाद पत्नी और बूढ़ी मां का रो-रो कर बुरा हाल है। मासूम बेटियों की तरफ देखकर हर किसी की आंख नम है।
बताया जा रहा है कि अमर सिंह काष्ठ कला में निपुण था। अमर सिंह की शिमला, रामपुर, कुल्लू, मनाली, सिरमौर सहित पूरे हिमाचल में काष्ठ कला के लिए मांग थी। अमर सिंह के पिता भी काष्ठ कला के कारीगर थे। मगर छोटी से उम्र में ही अमर के पिता का देहांत हो गया था। अपने पिता से विरासत में मिली कला को अमर सिंह ने आगे बढ़ाया था। अमर सिंह काफी मेहनती और शांत स्वभाव का व्यक्ति था।