कुल्लू। पैसा हर किसी की जरूरत होता है। बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो कि घर की परिस्थितियों को देखते हुए छोटी सी उम्र में ही नौकरी करने लग जाते हैं। परिवार का गुजर-बसर करने के लिए कुछ लोग कई बार कठिन काम करने की राह चुन लेते हैं। मगर कहते हैं ना भगवान के आगे किस की चलती है।
परिवार ने खोया नौजवान बेटा
ऐसा ही कुछ हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के रहने वाले एक युवक के साथ हुआ है। जो गुजर-बसर करने के लिए पत्थर तोड़ने का काम कर रहा था। हालांकि, एक हादसे में महज 18 साल की उम्र में उसकी मौत हो गई है। युवक की मौत के बाद से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
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क्रशर पर करता था काम
दरअसल, युवक की मौत एक हादसे में हुई है। हादसे के वक्त युवक भुंतर के हुरला में क्रशर पर काम कर रहा था। इसी दौरान सिर में चोट लगने के कारण उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान संतोष के रूप में हुई है- जो कि जिला कुल्लू के हुरला का रहने वाला था। संतोष की मौत भी हुरला में ही हुई है। उसकी मौत के बाद से पूरे क्षेत्र में दुख की लहर दौड़ रही है।
सिर पर लग गया पत्थर
जानकारी के अनुसार, संतोष JCB ऑपरेटर के साथ बतौर हेल्पर तैनात था। दोपहर करीब 12 बजे संतोष क्रशर में काम कर रहा था। इस बीच एक पत्थर उसके सिर पर लग गया और वह बुरी तरह से घायल हो गया।
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इसके बाद वहां मौजूद लोग उसे क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू ले गए। मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी। अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों को सौंपा बेटे का शव
वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। मामले की पुष्टि करते हुए SP कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने बताया कि पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौप दिया गया है। पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
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मजबूरी में जोखिम उठाता है व्यक्ति
यह तो हम सब जानते हैं कि मजबूरी इंसान से कई तरह के काम करवाती है। बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए कठिन से कठिन काम करने का भी जोखिम उठा लेते हैं। मगर उनकी किस्मत और भगवान को कुछ और ही मंजूर होता है। ऐसा ही कुछ कुल्ली के संतोष के साथ हुआ है। जो परिवार के गुजर-बसर के लिए छोटी से उम्र में ही पत्थर तोड़ने जैसा कठिन काम कर रहा था। मगर शायद उसके पास अपने परिवार के प्रति अपना कर्तव्य निभाने का इतना ही समय था।