मंडी। हिमाचल प्रदेश के हजारों लोग परिवार को तमाम सुख-सुविधाएं देने के लिए कई बार विदेशों का रुख करते हैं। ऐसे में कई लोग तो अच्छा-खासा पैसा कमाकर अपने सपनों को पंख लगाने में कामयाब हो जाते हैं। मगर कुछ लोग विदेशों में जिम्मेदारियों के बोझ तले खुद की जिंदगी से ही हाथ धो बैठते हैं।
कुवैत में धनदेव से नहीं हो पाया था परिजनों का संपर्क
ऐसा ही एक ताज़ा दुखद मामला प्रदेश के जिला मंडी से सामने आया है। यहां उपमंडल बल्ह के तहत आते बडसू गांव के एक शख्स की कुवैत में मौत हो जाने की दुखद खबर सामने आई है।
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मृतक शख्स का नाम धनदेव था जो कुवैत में काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। मगर बीते जून माह में कुवैत में मजदूरों के आवास वाली एक इमारत में आग भी लगी थी और धनदेव से उसके परिवार का संपर्क उन्हीं दिनों से नहीं हो पाया था।
24 जून को हार्ट अटैक से हुई थी धनदेव की मौत
मृतक के परिजन उसे लापता मान रहे थे। जिसके चलते उन्होंने मंडी जिला प्रशासन, प्रदेश सरकार, विधायक इंद्र सिंह गांधी और सांसद कंगना रनौत के माध्यम से इस मामले को उठाया था।
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कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने जब इसकी सारी जानकारी जुटाई तो परिजनों को पता चला कि धनदेव की मौत 24 जून को हार्ट अटैक के कारण हो चुकी थी।
कुवैत से हवाई मार्ग द्वारा दिल्ली लाया शव
25 दिन से लापता मान रहे परिजनों को जब धनदेव की मौत की सूचना मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बताया गया कि कुवैत में सारी औपचारिकताओं को पूरा कर शव बीते कल बुधवार को 26 दिनों के बाद कुवैत से हवाई मार्ग द्वारा दिल्ली लाया गया।
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दिल्ली से परिजनों द्वारा शव को सड़क मार्ग से घर लाया गया। जहां आज दोपहर बाद धनदेव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।