ऊना। हिमाचल के ऊना जिला में एक शख्स की मौत उस समय हो गई, जब उसे सालों इंतजार के बाद सरकारी नौकरी का ज्वाइनिंग लेटर मिला था। व्यक्ति ने जिस सरकारी नौकरी को पाने के लिए सालों तक इंजार किया, आखिर में वह उसे मिली तो जरूर, लेकिन वह एक दिन भी नौकरी नहीं कर पाया।
गगरेट के ब्रह्मपुर गांव का है मामला
दरअसल ऊना जिला के गगरेट क्षेत्र के तहत गांव ब्रह्मपुर के 53 वर्षीय राकेश कुमार को बैचवाइज के आधार पर सरकारी शिक्षक के लिए ज्वाइनिंग पत्र मिला तो वह और उसका परिवार काफी खुश हुआ। ज्वाइनिंग पत्र में 10 दिन के अंदर सिरमौर जिला के एक सरकारी स्कूल में ज्वाइनिंग करने को कहा गया था। हालांकि इसके लिए उसे मेडिकल औपचारिकताओं से गुजरना था।
मेडिकल करवाने गया था शिक्षक
खुशी खुशी शिक्षक अपना मेडिकल करवाने ऊना अस्पताल पहुंचा। यहां अभी राकेश कुमार मेडिकल जांच करवा ही रहा था कि अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे उपचार के लिए जालंधर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पता चला कि उसके फेफड़ों में भारी संक्रमण है और अंतिम चरण पर पहुंच गया है। उपचार के दौरान राकेश की मौत हो गई।
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ज्वाइनिंग से पहले हो गई मौत
ब्रह्मपुर के राकेश कुमार का शुरू से ही शिक्षक बनने का सपना था। कालेज में अच्छे अंकों के साथ डिग्री भी हासिल की थी। जिसके बाद वह एक निजी स्कूल में पढ़ाने लगा। लंबे इंतजार के बाद जब उसे सरकारी नौकरी मिली तो वह ज्वाइनिंग करने से पहले इस दुनिया को छोड़ गया। राकेश के घर में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं। राकेश की एक बेटी 10वीं तो दूसरी 9वीं कक्षा में अध्ययनरत है।
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पत्नी बेटियां को लगा गहरा सदमा
क्षेत्र के तहत ठठल गांव से संबंधित उसकी पत्नी इस हादसे से उभर नहीं पा रही है। उधर बेटियां भी पिता के निधन से बेहद व्यथित हैं। कहां तो घर में सरकारी जॉब की खुशी थी तो कहां एक ही दिन के भीतर उन्हें ऐसा गम मिला कि वह जीवन भर के जख्म दे गया।