शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बिजली बोर्ड की लापरवाही के चलते एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई है। इस व्यक्ति की करंट लगने से मौत हुई है। व्यक्ति बिजली विभाग की एलटी लाइनों को खंभे से जोड़ रहा था। इसी बीच उसे बिजली का करंट लग गया। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब एलटी लाइन का काम चल रहा था तो बिजली विभाग ने शटडाउन नहीं किया था। जो भी हो बिजली विभाग की लापरवाही से एक हंसते खेलते परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
शिमला के बड़ागांव से सामने आया मामला
दरअसल शिमला के बड़ागांव मंे एलटी लाइन को खंभे से जोड़ने का काम चल रहा था। इस काम को एक ठेकेदार के माध्यम से किया जा रहा था। इसी बीच गुरुवार शाम के समय अचानक एक मजदूर को एलटी लाइन को खंभे से जोड़ते समय जोरदार करंट लग गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक व्यक्ति की पहचान परवेज रसूल पुत्र गुलाम रसूल निवासी गांव हदवाड़ा डॉण् कराग गुंड तहसील लंगेट जिला कुपवाड़ा जम्मू कश्मीर के रूप में हुई है।
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बिजली बोर्ड के खिलाफ मामला दर्ज
सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर न्यू शिमला थाना में बिजली बोर्ड के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। अभी तक बिजली बोर्ड के अधिकारी इस मामले में कोई भी जवाब नहीं दे पाए हैं।
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करंट लगने से मजदूर की मौत
बताया जा रहा है कि परवेज को करंट लगने के बाद उसके साथी उसे घायल अवस्था में आईजीएमसी शिमला लेकर पहुंचे थे, लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना के प्रत्यक्षदर्शियों का बयान कलमबद्ध करके बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
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एलटी लाइन का चल रहा था कार्य, शटडाउन के बाद भी आ गया करंट
वहीं बिजली बोर्ड के अनुसार एलटी लाइन में जरूरी कार्य के चलते शटडाउन लिया था, लेकिन इसके बावजूद इसमें करंट कैसे आ गया इसको लेकर बोर्ड के अधिकारी कुछ भी नहीं कह पा रहे। बोर्ड ने अपने स्तर पर मामले पर जांच बैठा दी है। अधिशासी अभियंता प्रताप सिंह ने कहा कि बोर्ड ने अपने स्तर पर जांच बैठा दी है। कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही हादसे की सच्चाई सामने लाई जाएगी।