कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की बंजार घाटी स्थित तांदी गांव में बुधवार को लगी भीषण आग के बाद लगातार धुआं उछ रहा है। इस हादसे के बाद से गांव में दुख और ग़म का माहौल बना हुआ है। आग के कारण पूरी तरह से काष्ठकुणी शैली में बने मकान जलकर राख हो गए हैं, और 136 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। सर्द रातों में इन परिवारों को ठंड से बचने की चिंता सताने लगी है।
बुजुर्गों और महिलाओं की वेदना
गांव के बुजुर्ग लोग और महिलाएं नम आंखों से जलते हुए अपने आशियाने को निहारते रहे। उनके चेहरों पर ग़म और बेबसी साफ दिखाई दे रही थी।
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आग ने गांव के आधे हिस्से को चपेट में लिया, जिससे वहां के लोग मानसिक रूप से टूट गए हैं। स्थानीय लोगों को समझ ही नहीं आ रहा कि ये हादसा आखिर हुआ कैसे। प्रभावित लोगों का कहना था कि अग्निकांड ने तांदी गांव के निवासियों को ऐसे जख्म दिए हैं जो ताउम्र नहीं भरेंगे।
विधायक ने भी किया दौरा
बता दें कि वीरवार को स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। आग के कारण लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और उन्हें तत्काल राहत की आवश्यकता है।
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अग्निशमन विभाग ने की हर संभव मेहनत
उधर, अग्निशमन विभाग की टीम ने दिन-रात की मेहनत से आग पर काबू पाया। पहले दिन, कुल्लू, बंजार और लारजी से तीन दमकल वाहनों ने आग बुझाने की कोशिश की और तड़के 4:00 बजे तक यह प्रयास जारी रहा। वीरवार को सुबह 8:00 बजे अग्निशमन विभाग के दो और वाहन घटनास्थल पर पहुंचे और आग को बुझाने में मदद की। शाम 5:00 बजे तक पूरी तरह से आग को काबू पा लिया गया।
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10 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
अग्निशमन विभाग बंजार के प्रभारी लेखराज ने कहा कि आग को पूरी तरह से बुझाने में 20 घंटे का समय लगा। इसके अलावा, आग से हुए नुकसान का प्रारंभिक आकलन करीब 10 करोड़ रुपये किया गया है। गांव के लोग इस भयंकर हादसे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन नुकसान इतना बड़ा है कि उसकी भरपाई करना उनके लिए एक कठिन कार्य होगा।