कांगड़ा। हिमाचल ने एक और जवान को खो दिया है। इस बार आईटीबीपी के जवान की मौत की खबर सामने आई है। बड़ी बात यह है कि जवान 15 दिन पहले घर पर छुट्टी आया था और ड्यूटी पर वापस जाते समय ही उसकी बीच रास्ते में मौत हो गई। घर से सही सलामत निकले जवान की बीच रास्ते में मौत से पूरे परिवार सदमें में है। यह जवान कांगड़ा जिला के देहरा का रहने वाला था।
बस में कहां जा रहा था जवान
दरअसल देहरा विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ती भटहेड़ पंचायत के भेड़ी गांव के आईटीबीपी जवान सुरेश कुमार की ड्यूटी पर वापस लौटते समय जम्मू में मौत हो गई। जवान की मौत बस में हार्ट अटैक से हुई बताई जा रही है। सुरेश कुमार आईटीबीपी की 15वीं बटालियन में तैनात थे और मौजूदा समय में उनकी उधमपुर में पोस्टिंग थी। जवान छुट्टी काट कर वापस उधमपुर ही जा रहा था।
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ड्यूटी पर लौट रहे जवान के साथ क्या हुआ
आईटीबीपी जवान सुरेश कुमार 15 दिन पहले ही छुट्टी पर घर आया था। छुट्टी काट कर वापस ड्यूटी पर लौट रहे जवान ने घर से जम्मू के लिए बस पकड़ी थी। इसी बीच रास्ते में ही जवान को हार्ट अटैक आ गया। बताया जा रहा है कि जवान को साइलेंट अटैक आया था, जिसके चलते बस में किसी को इसका पता नहीं चला। जम्मू पहुंचने पर जब सभी यात्री बस से उतर गए तो बस कंडक्टर ने सुरेश को जगाने का प्रयास किया, लेकिन जवान कुछ नहीं बोल पाया।
बस चालक परिचालक ने क्यों पहुंचाया अस्पताल
बस चालक और कंडक्टर ने जवान को तुरंत ही जम्मू के एक अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जवान की मौत की सूचना जम्मू पुलिस को दी गई। पुलिस ने जवान के सामान को चेक किया और घटना की जानकारी सुरेश कुमार की बटालियन को दी। जिसके बाद जवान की मौत की खबर उसके घर पर पहुंची। जवान की मौत की सूचना मिलते परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसर गया।
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बेटियों ने दी जवान पिता की चिता को मुखाग्नि
जम्मू से ही जवान सुरेश कुमार की पार्थिव देह को उसके पैतृक गांव भेड़ी में लाया गया। जहां शनिवार को उसका सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सैन्य टुकडी ने सुरेश कुमार को सलामी दी। एएसआई विजय कुमार और मदन लाल ने बटालियन उधमपुर की तरफ से सुरेश को सलामी देकर विदा किया। जवान का कोई बेटा ना होने के चलते उसकी दोनों बेटियों कनिक्षा और तनिशा ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। जवान के घर में उसकी बूढ़ी मां के अलावा पत्नी कमलेश कुमारी और दो बेटियां हैं।
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पिता की मौत से सदमें में दोनों बेटियां
जवान की एक बेटी कॉलेज पास कर चुकी है और दूसरी बेटी लंज कॉलेज में पढ़ रही है। घर से सही सलामत निकले जवान की मौत ने पूरे परिवार को सदमें में डाल दिया है। किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है कि एक दिन पहले गांव के लोगों से मिलने वाला जवान सुरेश कुमार आज उनके बीच नहीं रहा है।
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बेटी के लिए लड़का पसंद करने आया था जवान
बताया जा रहा है कि जवान सुरेश कुमार अपनी बड़ी बेटी की शादी करना चाहता था। जिसके लिए वह लड़का देखने के लिए ही 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आया था। बेटी के लिए लड़का पसंद करने के बाद दिवाली से पहले होने वाले नवरात्र में बेटी की सगाई की बात तय कर जवान वापस ड्यूटी पर लौट रहा था। लेकिन इसी बीच रास्ते में ही जवान की मौत हो गई।