चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में बीते रोज हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो परिवारों को कभी ना मिटने वाले जख्म मिले हैं। इस हादसे राजस्थान के युवक सहित चंबा जिला के सरोल के एक 23 वर्षीय युवक दिव्यांशु पुत्र संतोष कुमार की भी दर्दनाक मौत हुई थी। दिव्यांशु की मौत ने उसके माता पिता और बड़ी बहन को कभी ना भूलने वाले गम दिए हैं। दिव्यांशु अपने माता पिता का इकलौता बेटा था।
दादी कर रही पोते का इंतजार
दिव्यांशु की मौत से जहां उनके परिवार में गमगीन माहौल है, वहीं पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। बुढ़ी दादी घर की ओर आते रास्ते पर टकटकी लगाए देख रही है, कि कहीं से उसका पोता लौट आए। बेटे के शव को देख कर माता पिता तो बेसुध हो गए हैं। दिव्यांशु की मौत से उसके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
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बहन ने रोते हुए दी भाई को मुखाग्नि
दिव्यांशु की मौत के बाद माहौल उस समय और भी ज्यादा गमगीन हो गया, जब उसकी बड़ी बहन ने रोते बिलखते हुए अपने छोटे भाई की चिता को मुखाग्नि दी। इस ह्दय विदारक दृश्य को देख कर वहां मौजूद हर शख्स की आंखों से झरझर आंसू बहने लगे। बता दें कि दिव्यांशु हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा सुल्तानपुर में बतौर लिपिक कार्यरत था।
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परिवार को बेसहारा छोड़ गया युवक
दिव्यांशु पर ही उसके परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी थी। लेकिन दिव्यांशु अपनी जिम्मेदारी अधूरी छोड़ कर भरी जवानी में ही परिवार को बेसहारा छोड़ गया। दिव्यांशु की मौत से पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया है।
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चंबा के सरोल में 200 मीटर गहरी खाई में गिरी थी थार
बता दें कि शुक्रवार और शनिवार की रात को सरोल के पास ही एक थार गाड़ी अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी थी। इस हादसे में 23 वर्षीय दिव्यांशु पुत्र संतोष कुमार निवासी गांव भगवानपुरा डाकघर सरोल तहसील व जिला चम्बा व राजस्थान के हनुमानगढ़ के 27 वर्षीय सुरजीत जांदू पुत्र कृष्ण कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं एक अन्य युवक दिव्यम पुत्र अजय कुमार गांव डाकघर सरोल तहसील जिला चंबा घायल हुआ था।