चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में एक दिल को दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पहाड़ी से लुढ़की चट्टानों ने दो घरों को तबाह कर दिया। यह घटना बुधवार देर शाम के समय हुई है। बताया जा रहा है कि पहाड़ी से लुढ़कती हुई आई चट्टान ने पहले एक घर को क्षतिग्रस्त किया और आगे दूसरे घर की दीवार में जाकर फंस गई। इस घटना में दोनों घरों को नुकसान पहुंचा है।
चंबा के चुराह का है मामला
यह घटना चंबा जिला के चुराह विधानसभा क्षेत्र के बुलवास गांव की बताई जा रही है। यह हादस उस समय हुआ, जब सड़क निर्माण में लगी कंपनी की एक एलएनटी मशीन पहाड़ी पर खुदाई कर रही थी। इसी दौरान इस मशीन से एक चट्टान नीचे की तरफ लुढ़क गई। इस चट्टान ने दो घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना से दोनों घरों को करीब चार लाख का नुकसान हुआ है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल: देवस्थान पर बनाई मस्जिद, फिर सड़कों पर उतरेगा हिंदू समाज
कमरे में बैठ कर बच्चे देख रहे थे टीवी
बताया जा रहा है कि हादसे के समय परिवार के लोग भी घर में ही मौजूद थे। वहीं तीन बच्चे घर के अंदर टीवी देख रहे थे। जो इस चट्टान की जद्द में आने से बाल बाल बच गए। यह दोनों मकान सगे भाईयों बजीरू और चेत सिंह पुत्र लाला के थे। इस हादसे को देख कर परिवार के सदस्यों के होश उड़ गए। वहीं सर्द रातों में अब यह दोनों ही परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। बजीरू और चेत सिंह के परिवारों ने अपने पड़ोसियों के घर में शरण ली है।
यह भी पढ़ें : मजदूर को ट्राले ने रौंदा, घर पर पिता का इंतजार कर रहे थे मासूम बच्चे
ठेकेदार को दिए मुआवजा देने के निर्देश
बताया जा रहा है कि घटना के बाद लोक निर्माण विभाग की टीम ने भ घटनास्थल का दौरा किया और सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार को जल्द से जल्द प्रभावित परिवारों को मुआवजा राशि या समस्त कार्य को नए सिरे से करवाने की बात कही है। राजस्व विभाग के पटवारी प्रमोद कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर वह गांव में पहुंचे हैं। प्रभावित परिवारों को हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : बाइक खड़ी करते सड़क पर गिरा सवार, ऊपर चढ़ गया ट्रक
क्या बोले पीडब्ल्यूडी के चंबा सहायक अभियंता
लोक निर्माण विभाग चंबा के सहायक अभियंता राजीव बिष्ट ने कहा कि हादसे में प्रभावित के मकानों को हुए नुकसान की भरपाई ठेकेदार की ओर से की जाएगी। यदि किसी प्रकार की वह आनाकानी करता है तो इस बाबत विभाग के पास पहुंचने वाली जानकारी के आधार पर उसके बिल भी रोक दिए जा सकते हैं।