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September 15, 2024

भारी बारिश से गिरा तीन मंजिला मकान, एक परिवार के 10 लोग स्वर्ग सिधारे

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शिमला/मेरठ। हिमाचल प्रदेश में अब मानसून कमजोर पड़ गया है। वहीं पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी से ठंड ने भी दस्तक देना शुरू कर दी है। पिछले दो दिन में लाहौल स्पीति किन्नौर और रोहतांग में हल्की बर्फबारी हुई है। जिससे प्रदेश भर में ठंड बढ़ने लगी है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 20 सितंबर तक प्रदेश में बारिश कम ही होगी। हालांकि इस बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।

हिमाचल में कब होगी बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें तो हिमाचल में अब मानसून कमजोर पड़ने लगा है। जिसका असर अगले 20 सितंबर तक भी देखने को मिलेगा। 20 सितंबर कर प्रदेश के मैदानी इलाकों में बारिश का दौर कम ही रहेगा। हालांकि पहाड़ी क्षेत्रों में बीच बीच में बारिश होती रहेगी। बता दें कि इस मानसून सीजन भी हिमाचल में भारी तबाही मचाई थी। बादल फटने से जहां कई लोगों की मौत हो गई। वहंी कई लोग आज भी लापता है।

कहां हुआ बेहद दर्दनाक हादसा

इस सब के बीच अब हिमाचल के पड़ोसी राज्य से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आ रही है। दरअसल उत्तर प्रदेश के मेरठ में बड़ा हादसा पेश आया है। यहां लगातार कई दिनों से हो रही बारिश से पचास साल पुराना तीन मंजिला एक मकान अचानक से गिर गया है। इस हादसे में एक ही परिवार के तीन बच्चों सहित 10 लोगांे के मलबे में दबने से मौत हो गई है। यह भी पढ़ें: रामपुर में फिर फटा बादल : उफान पर नदी-नाले, अलर्ट जारी

कितने लोगों के मिले शव

यह हादसा शनिवार देर शाम हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस और रेस्क्यू टीमें बचाव कार्य में जुट गईं हैं। बताया जा रहा है कि बचाव अभियान में अब तक 9 शवों को निकाला जा चुका है। संकरी गलियां होने के कारण जेसीबी के मौके पर पहुंचने में होने वाली परेशानी और तेज बारिश बचाव कार्य में बाधक बन रही है। यह भी पढ़ें: 6 घंटे तक टांडा में तड़पती रही कारगिल शहीद की मां, हुआ दुखद निधन

कितने मंजिला और कितना पुराना था मकान

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह जाकिर कॉलोली गली नंबर सात में 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला नफो उर्फ नफीसा का करीब 50 साल पुराना तीन मंजिला मकान गिर गया। इस मकान की निचली मंजिल में नफीसा के बेटे डेयरी चलाते थे। जबकि ऊपर की दोनों मंजिलों पर नफो के बेटे साजिद पत्नी सायमा और नईम पत्नी अलीशा 5 वर्षीय बेटी रिमशा, नदीम पत्नी फरहाना, 2 वर्षीय बेटा हमजा, शाकिर पत्नी साहिबा समेत 15 लोग रहते थे। यह भी पढ़ें: रामपुर में फिर फटा बादल : उफान पर नदी-नाले, अलर्ट जारी

बचाव कार्य में क्यों आ रही परेशानी

हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। बचाव अभियान में पुलिस के साथ क्षेत्रवासी भी लगे रहे,लेकिन संकरी गलियों में एंबुलेंस और जेसीबी के पहुंचने में परेशानी हुई। वहीं तेज बारिश भी बचाव अभियान में बाधा बनी रही। काफी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को निकाला जा सका। यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार की किस योजना के मुरीद हुए राहुल गांधी, यहां जानें पूरी डिटेल

रात 11 बजे तक इन घायलों को निकाला

  • 40 वर्षीय साजिद
  • साजिद की पत्नी साइमा,
  • साजिद का बेटा साकिब
  • साजिद की बेटी 15 वर्षीय सानिया
  • साजिद की बेटी रिया
  • पड़ोसी सुफियान
  • डेढ़ वर्षीय सिमरा को घायल अवस्था में मलबे से निकाल लिया गया।

उपचार के दौरान इनकी हुई मौत

  • नफीसा
  • साजिद
  • सानिया
  • साकिब
  • रिया
  • सिमरा
  • फरहाना और तीन अन्य की मौत हो गई जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी।

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