हमरीपुर। हिमाचल प्रदेश में गर्मी ने कहर बरपाया हुआ है। जंगलों में बढ़ रही आग की घटनाओं के कारण लोगों को काफी नुकसान हो रहा है। गर्मी के कारण कई जगहों पर वाहन आगजनी का शिकार भी हो रहे हैं। आज हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे, जिससे आप अपने वाहन को आग की भेंट चढ़ने से बचा सकते हैं।
आग की लपटों में समा गई कार
आपतो बता दें कि बीते कुछ दिनों में हिमाचल में कई वाहनों में आमूमन आग लगी है। ताजा मामला हमीरपुर जिले से सामने आया है। जहां रात करीब एक हजे एक कार ब्यास पुल के पास सड़क के किनारे बने एक पैरापिट से टकरा गई। हादसे में गाड़ी में भीषण आग लग गई और गाड़ी आग की लपटों में समा गई।
तीन लोग थे सवार
हादसे के वक्त कार में तीन लोग सवार थे। गनीमत रही कि आग लगते ही तीनों लोग कार के शीशे तोड़कर कार से बाहर निकाल आए। हालांकि, उन्हें थोड़ी-बहुत चोटें आई हैं। वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया। मगर तब तक कार जलकर राख हो गई थी। इसके बाद क्रेन की मदद से कार को सड़क के किनारे पर धकेला गया। उधर, मौके पर पहुंची टीम ने घायलों के बयान कलमबद्ध कर लिए हैं। साथ ही मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
आग लगते की करें ये काम
- अगर आपकी कार में अचानक आग लग गई है तो सबसे पहले कार के इंजन को बंद करें और कार की चाबी निकाल लें। ऐसा करने से आग फैलने के चांस कम हो जाते हैं।
- अगर कभी चलती कार को आग लग जाए तो सबसे पहले तुरंत कार को सड़क किनारे खड़ा करें और खुद कार से बाहर निकल जाएं।
- ध्यान रहे कि कभी भी कार में आग लगने के बाद उसके बोनट को खोलने की कोशिश ना करें। ऐसा करने से आग और भी ज्यादा फैल सकती है। साथ ही कार में ब्लास्ट होने का खतरा भी बढ़ सकता है।
कार में रखें ये चीजें
कार में हर समय चाकू या पैनी कोई चीज और हथोड़ा को हमेशा रखना चाहिए यह चीजें आपके सीटबेल्ट को काटने में काम आएंगी। साथ ही कार में फंस जाने पर शीशा तोड़कर बाहर आने में मदद करेंगी।
इन टिप्स को करें फॉलो
.रेगलुर मेंटनेंस
ध्यान रहे कि कार निर्माता द्वारा दिए गए सर्विस शेड्यूल का पालन करें। इसके अलावा इंजन ऑयल का स्तर नियमित रूप से चेक करें और आवश्यकतानुसार बदलते रहें। दरअसल, पुराना या कम इंजन ऑयल इंजन को गर्म कर सकता है। जिससे कार में आग लगने का खतरा बढ़ सकता है।
. ब्रेक पर दें ध्यान
समय-समय पर ब्रेक फ्लूइड का स्तर, ब्रेक पैड और डिस्क को चेक करें और उसे आवश्यकतानुसार बदलें। अगर ब्रेक सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं तो भी गाड़ी में आग लग सकती है।
. कूलिंग सिस्टम
गाड़ी के कूलेंट का स्तर नियमित रूप से चेक करें और आवश्यकतानुसार उसे टॉप अप करें। साथ ही रेडिएटर और थर्मोस्टैट को नियमित रूप से जांचे।
. इलेक्ट्रिकल सिस्टम
ध्यान रहे की कार की सभी वायरिंग और फ्यूज को नियमित रूप से जांचे और आवश्यकतानुसार बदलें। बैटरी के कनेक्शन को चेक करें। ढीले कनेक्शन से स्पार्किंग हो सकती है, जो कि आग का कारण बन सकती है।
.टायर
नियमित रूप से टायर प्रेशर चेक करें। ओवर हीटिंग से टायर ब्लोआउट हो सकता है। टायर में नॉर्मल हवा की जगह आप नाइट्रोजन भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कि नॉर्मल हवा के मुकाबले ठंडी होती है और टायर को गर्म नहीं होने देती है।