शिमला। हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात को भारी बारिश से तबाही हुई है। कुल्लू, मंडी और शिमला के रामपुर में तीन जगह बादल फटा है। बादल फटने से कई घर बह गए हैं। 52 लोग लापता हो गए हैं। जबकि, अभी तक तीन लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
मनाली में ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद आलू मैदान में पानी भर गया। इसके अलावा यहां ताश के पत्तों की तरह सब्जी मंडी की 5 मंजिला बिल्डिंग ढह गई।
यह भी पढ़ें : शिमला में बादल फटा, 20 से अधिक लोग लापता- रेस्क्यू टीमें मौके के लिए रवाना
प्रोजेक्ट का पावर हाउस बहा
रामपुर के समेज खड्ड में बादल फटने के बाद समेज गांव के कई घर मलबे में बह गए। यहां 36 लोगों के लापता होने की सूचना है। जबकि, दो लोगों की मौत हो गई है। बादल फटने से यहां एक स्कूल, गेस्ट हाउस और बिजली प्रोजेक्ट का पावर हाउस भी बह गया है।
ताश की पत्तों की तरह ढही बिल्डिंग
जिला कुल्लू में बागीपुल में बादल फटने के बाद से 6 लोग लापता हैं। मणिकर्ण सड़क पर शाठ नामक जगह पर सब्जी मंडी की पांच मंजिला बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह ढह गई। बताया जा रहा है कि ब्यास नदी में जल स्तर बढ़ने से इसकी नींव खोखली हो गई थी। इससे आज सुबह के वक्त बिल्डिंग ढह गई। इससे कृषि उपज विपणन समिति को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
यह भी पढ़ें : मंडी में फटा बादल: 11 से ज्यादा लोग लापता, कई घर बहे
बादल फटने से मलाणा घाटी में मलाणा-1 और मलाणा-2 बिजली प्रोजेक्ट को भी नुकसान हुआ है। बांध के ओवरफ्लो होने से कई घरों को भी नुकसान हुआ है। पार्वती नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
मलबे में बह गए कई मकान
मंडी जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र स्थित राजवन गांव में आधी रात को बादल फटने से भारी तबाही हुई है। यहां एक व्यक्ति की मौत हो गई है। 11 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। बादल फटने के कारण क्षेत्र के कई घर पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। संपर्क मार्ग पूरी तरह से कट गए हैं। मोबाइल सेवा ठप्प हो गई है। बादल फटने की घटना के बाद मंडी में पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में तीन जगह फटा बादल: भूकंप भी आया, 48 लोग लापता
तीन बार आया भूकंप
लाहौल-स्पीति में बुधवार आधी रात को भूकंप की रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.2 मापी गई है। जमीन के अंदर इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। तीव्रता कम होने के कारण किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
प्रदेशभर में भारी बारिश के बाद 150 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। कांगड़ा में भी रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। गौर रहे कि मौसम विभाग ने आज ऊना और कांगड़ा में बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। चंबा, कुल्लू, मंडी और हमीरपुर के कई इलाकों में बारिश होगी।
यह भी पढ़ें: शिमला में 32 लोग लापता: हर तरफ पसरी तबाही, NDRF-SDRF मौके पर
IMD ने आज के लिए लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य सभी 10 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे लैंडस्लाइड और बाढ़ जैसी घटनाएं पेश आ सकती है। इसे देखते हुए प्रदेश के लोगों के साथ-साथ पहाड़ों पर आने वाले पर्यटकों को भी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।