सोलन। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में एक दुखद घटना पेश आई है। यहां सरसा खड्ड में डूबने से मानपुरा स्कूल के 8वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई है। मामले में हैरान कर देनी वाली बात यह है कि हादसा स्कूल की आधी छुट्टी के वक्त पेश आया है। मृतक छात्र की पहचान भवनदीप के रूप में हुई है- जो कि किशनपुरा गांव का रहने वाला था।
स्कूल की आधी छुट्टी में खड्ड पहुंचे 4 छात्र
दरअसल, भवनदीप स्कूल की आधी छुट्टी में अपने चार दोस्तों के साथ नहाने के लिए खड्ड में चला गया था। मगर इनमें से किसी भी बच्चे को तैरना नहीं आता था।
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नहाते समय डूब गया भवनदीप
जानकारी के अनुसार, बीते कल जब मानपुरा स्कूल की आधी छुट्टी हुई तब भवनदीप अन्य बच्चों के साथ नहाने के लिए सरसा खड्ड में चला गया। यह सभी बच्चे खड्ड के किनारे में नहाते रहे। मगर भवनदीप गहरे पानी चला गया और देखते ही देखते डूब गया।
दोस्तों नहीं बताया किसी को भी कुछ
बताया जा रहा है कि जब बच्चों ने उसे डूबते हुए देखा तो बच्चे डर गए। उन्होंने किसी को भी इस बारे में कुछ नहीं बताया। इसके बाद जब दोपहर को स्कूल की छुट्टी के बाद भवनदीप घर नहीं लौटा तो उसके परिजन उसे ढूंढते हुए स्कूल आए। उन्होंने अपने स्तर पर भवनदीप को कई जगह खोजा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया।
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खड्ड के किनारे मिला बैग और कपड़े
इसी बीच कुछ लोगों ने भवनदीप के कपड़े और बैग खड्ड के किनारे पड़े देखे तो तुरंत परिजनों को सूचित किया। जब परिजन वहां पर पहुंचे तो उन्हें भवनदीप के खड्ड में डूबने का आभास हुआ। इस पर उन्होंने मानपुरा पुलिस को मौके पर बुलाया।
पुलिस ने सर्च अभियान चलाकर बच्चे के शव को खड्ड से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए नालागढ़ अस्पताल भेज दिया। मामले की पुष्टि करते हुए ASP अशोक वर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
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शायद बच सकती थी छात्र की जान
उल्लेखनीय है कि हादसा स्कूल की आधी छुट्टी के वक्त पेश आया है। ऐसे में स्थानीय लोगों का कहना है कि इसमें स्कूल प्रशासन की लापरवाही और गैर जिम्मेदारी नजर आ रही है कि कैसे स्कूल की आधी छुट्टी में बच्चे स्कूल के गेट से बाहर निकले और खड्ड पहुंचे।
वहीं, आधी छुट्टी के बाद जब भवनदीप स्कूल में अपनी कक्षा में नहीं पहुंचा तो क्या अध्यापकों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया। इसके अलावा लोगों और परिजनों का कहना है कि अगर समय रहते भवनदीप के साथ खड्ड में नहाने गए बच्चे किसी को बता देते तो शायद भवनदीप की जान बच जाती।