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August 20, 2024

रक्षाबंधन के दिन मलबे में दबा युवक, 3 बहनों का था इकलौता भाई, नहीं बांध पाया राखी

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ऊना/चंबा। हिमाचल के ऊना जिला में एक घर में उस समय कोहराम मच गया, जब उनके जवान बेटे की मौत की खबर घर पहुंची। मौत की खबर भी उस समय घर पहुंची जब, युवक की तीन बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधने की पूरी तैयारी कर रखी थी। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। युवक राखी बांधने से पहले ही अपनी तीनों बहनों को रोता छोड़ कर इस दुनिया से रूखस्त हो गया।

तीन बहनों का इकलौता भाई था जसबीर

मृतक युवक की पहचान 35 वर्षीय जसबीर सिंह पुत्र जीत सिंह निवासी दौलतपुर चौक जिला ऊना के रूप् में हुई है। युवक की मौत रक्षाबंधन के दिन हो गई। जिससे उसका इंतजार कर रही उसकी तीनों बहनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जसबीर अपने माता पिता का इकलौता सहारा था और तीन बहनों का इकलौता भाई था। जसबीर की मौत ने उसके पूरे परिवार को गहरे सदमें में डाल दिया है।

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कब और कहां पर हुआ यह दर्दनाक हादसा

जसबीर सिंह की मौत मलबे में दबने के कारण हुई थी। जसबीर का शव बीते रोज रक्षाबंधन के दिन 10 बजे के करीब मलबे से निकाला गया। जसबीर अपने छह अन्य दोस्तों के साथ गाड़ी में सवार होकर मणिमहेश की यात्रा पर गया था। रविवार की रात को यह लोग मणिमहेश यात्रा से वापस लौट रहे थे। जब यह सभी लाहड़ू नूरपुर मार्ग से गुजर रहे थे, तभी लाहडू-नूरपुर रोड पर टिक्कर नाला में इनकी गाड़ी कीचड़ में फंस गई।
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सुनसान सड़क पर कहां से आया इतना मलबा

गाड़ी में सवार सभी दोस्त बाहर निकले और गाड़ी को कीचड़ से निकालने के लिए धक्का लगाने लगे। इसी बीच अचानक पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ और बाढ़ के साथ म्लबा आ गया। इसी मलबे की चपेट में जसबीर आ गया और मलबे के साथ ही बह गया। अंधेरा होने के चलते किसी को कुछ पता नहीं चला और डर के मारे सभी दोस्त अपनी जान बचाने के लिए यहां वहां भागे।

कब और कहां मिला शव

अल सुबह जब सभी दोस्त वहां पर पहुंचे तो जसबीर को मौके पर नहीं पाया। जिसकी सूचना अन्य दोस्तों ने भटियात प्रशासन को दी। प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया और आज सोमवार दोपहर करीब 11 बजे जसबीर का शव 200 मीटर दूर मलबे से बरामद कर लिया। बचाव टीमों ने शव को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।श्

क्या कहते हैं एसडीएम भटियात

वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। एसडीएम भटियात पारस अग्रवाल ने बताया कि मूसलाधार बारिश के बीच गाड़ी कीचड़ में फंसने पर धक्का लगाने के लिए युवक बाहर निकले थे। इसमें से एक व्यक्ति भूस्खलन के बाद मलबे के बहाव में बह गया। इसका शव सोमवार सुबह बरामद कर लिया गया है।

क्यों होते हैं चंबा की सड़कों पर हादसे

बता दें कि हिमाचल का चंबा जिला पूरी तरह से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां की सड़कें सर्पीली होती हैं। ऐसे में जब मणिमहेश की यात्रा शुरू होती है तो इन सड़कों पर वाहनों की भारी भीड़ लग जाती है। ऐसे में अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी कुलबीर सिंह राणा ने विशेषकर मैदानी क्षेत्रों पंजाबए हरियाणाए दिल्लीए राजस्थान इत्यादि से आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी रखने का आह्वान किया है। उन्होंने श्रद्धालुओं को परामर्श देते हुए कहा है कि पहाड़ी क्षेत्र में वाहन चलाते समय अत्यंत सावधानी रखें। यह भी पढ़ें: वाहन चालक ने स्कूटर सवार को मारी टक्कर, सिर पर चढ़ा दिया टायर

कब से शुरू हो रही है मणिमहेश यात्रा

पवित्र मणिमहेश यात्रा के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। स्थानीय परंपरा के अनुरूप कृष्ण जन्माष्टमी से राधा अष्टमी तक श्री मणिमहेश यात्रा का आयोजन होता है। कृष्ण जन्माष्टमी वाले दिन को छोटा न्होंण तथा राधा अष्टमी वाले स्नान के दिन को बड़ा न्होंण कहा जाता है। यह यात्रा अधिकारिक रूप से 26 अगस्त से शुरू होगी और 11 सितंबर तक चलेगी। यह भी पढ़ें: रील बना रही थी 14 साल की बच्ची, अचानक से लगा करंट- सीधा खाई में गिरी

हैली टैक्सी की मिलेगी सुविधा

पवित्र मणिमहेश यात्रा के लिए भरमौर से गौरीकुंड के बीच 22 अगस्त से हवाई सेवा शुरू होगी। जो 11 सितंबर तक चलेगी। भरमौर से गौरीकुंड हवाई सफर करने के लिए श्रद्धालुओं को एक तरफ का किराया 3895 रुपए देना होगा। यह किराया दर विगत वर्ष के मुकाबले 605 रुपए कम है। अधिक जानकारी के लिए नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 01895-225027 पर संपर्क कर सकते हैं।

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