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November 28, 2024

हिमाचल : 12 साल के बच्चे को आया हार्ट अटैक, नहीं बच पाई जा.न

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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से बेहद दुखद खबर सामने आई है। यहां पांवटा साहिब के गुरु नानक मिशन स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। बच्चे की मौत के बाद से स्कूल में हड़कंप मच गया।

छठी कक्षा के छात्र की मौत

बताया जा रहा है कि बच्चा दिल की बीमारी से जूझ रहा था। जिसके चलते डॉक्टरों ने उसे किसी भी प्रकार की शरीरिक गतिविधि से बचने की सलाह दी थी। यह भी पढ़ें : हिमाचल से क्यों गई बद्दी SP इल्मा अफरोज, सरकार ने दिया जवाब

स्कूल में बिगड़ी सेहत

मिली जानकारी के अनुसार, बीते कल बच्चे को अचानक स्कूल में गेम्स पीरियड में चक्कर आया और वो गिर गया। जिसके बाद स्कूल प्रशासन द्वारा तुरंत परिजनों को सूचित किया गया और उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल JC जुनेजा ले जाया गया। जहां मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिवार में पसरा मातम

मृतक बच्चे की पहचान राघव के रूप में हुई है- जो कि महज 12 साल का था। राघव पांवाच साहिब के कोलर गांव का रहने वाला था। लाडले बेटे की मौत के बाद से माता-पिता बेसुध हो गए हैं। जबकि, पूरे परिवार में मातम पसर गया है। यह भी पढ़ें : हिमाचल में 8वीं पास को मिलेगा 20 हजार तक वेतन, एक क्लिक में जानिए डिटेल

दिल की बीमारी से था ग्रस्त

बताया जा रहा है कि परिजनों ने बच्चे की दिल की बीमारी को लेकर स्कूल में लिखित रूप से जानकारी भी दी हुई थी। आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं स्कूल में कुछ लापरवाही बरतने के कारण तो बच्चे की मौत नहीं हुई है। उधर, गुरु नानक मिशन स्कूल के निदेशक ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है। उनका कहना है कि बच्चे को स्कूल में अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वो अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा- उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। मामले की पुष्टि करते हुए ASP सिरमौर रोल्टा ने बतया कि बच्चे के शव का आज अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। शुरुआती जांच में मौत का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है। मगर मौत के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल, पुलिस टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है। यह भी पढ़ें : हिमाचल : महिला प्रधान से दो सगे भाइयों ने की मारपीट, उप प्रधान को भी पीटा विदित रहे कि, पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आजकल हर उम्र के लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। बहुत सारे लोगों को ऐसा लगता है कि हार्ट अटैक अचानक और तेजी से आता है।

हार्ट अटैक के संकेत-

विशेषज्ञों के अनुसार, हार्ट अटैक के लक्षण तीन-चार महीने पहले ही दिखने लग जाते हैं।
  • लोगों को भूख कम लगने लगती है। कुछ भी खाने का मन नहीं करता है। खाने की पसंदीदा चीजें खाने से भी मन कतराने लगता है।
  • दिल में किसी तरह की दिक्कत होने पर लिवर को खाना पचाने में दिक्कत आने लग जाती है। पेट में गैस जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में अगर आपको आपका पेट भरा-भरा और फूला हुआ महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
  • अगर आपकी 500 मीटर चलने पर भी सांस फूल जाती है या फिर कुछ सीढ़िया चढ़ना भी आपके लिए मुश्किल हो जाता है तो यह भी अच्छे लक्षण नहीं है।
  • किसी व्यक्ति को सामान्य से ज्यादा पसीना आना भी खतरनाक साबित हो सकता है।
  • रात के सोते समय में जबड़े में दर्द होना।
  • बाएं कंधे में तेज दर्द होना भी खतरनाक होता है।
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हार्ट अटैक आने पर क्या करें?

  • कभी आपके सामने किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाए तो सबसे पहले किसी समतल जगह पर उसे सीधा लेटाएं।
  • ऑक्सीजन की कमी के चलते उसका ब्रेन डैमेज हो सकता है। ऐसे में हार्ट अटैक आने पर तुरंत सीने पर जोर-जोर से मुक्का मारें या तो सीने को जोर-जोर से दबाएं।
  • बेहोश पड़े व्यक्ति को तुरंत अपने हाथ से CPR दें। CPR में मुख्य रूप से दो काम किए जाते हैं- छाती को दबाना और दूसरा मुंह से सांस देना यानी माउथ टू माउथ रेस्चपरेशन।

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