Tuesday, October 8, 2024
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विक्रमादित्य सिंह के विभाग को ग्रामीणों ने दिखाया आईना: आपदा के 6 माह बाद भी नहीं बना पुल तो..

आखिरकार दोनों ही पंचायतों के ग्रामीणों ने मिलकर इस नदी पर पुलिया बनाने निर्णय लिया और श्रमदान से एक अस्थायी पुलिया बना कर सरकार और जिला प्रशासन के अलावा सुखराज में पीडब्ल्यूडी का जिम्मा संभाल रहे मंत्री विक्रमादित्य सिंह को भी आईना दिखा दिया। 

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में छह माह पहले आई प्राकृतिक आपदा में कई घर टूट गए तो कई पुल बह गए। पुलों के बहने से कई गांवों को परेशानियां झेलनी पड़ी। इसी आपदा में कुल्लू जिला के सैंज में पिन पार्वती नदी पर बना एक पुल भी बह गया। जिससे दो पंचायतों के कई गांवों के लोगों भारी परेशानी होने लगी।

दोनों पंचायतों के ग्रामीणों ने कई बार सरकार और प्रशासन से इस पुल के निर्माण की मांग उठाई। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार दोनों ही पंचायतों के ग्रामीणों ने मिलकर इस नदी पर पुलिया बनाने निर्णय लिया और श्रमदान से एक अस्थायी पुलिया बना कर सरकार और जिला प्रशासन के अलावा सुखराज में पीडब्ल्यूडी का जिम्मा संभाल रहे मंत्री विक्रमादित्य सिंह को भी आईना दिखा दिया।

पांच गांवों के लोगों ने श्रमदान से बनाया पुल

रविवार को ब्रेहिण, बेकर, तरेहड़ा, सजाहरा, देवधार आदि गांवों के ग्रामीणों ने नदी से पत्थर और लकड़ी ढोकर अस्थायी पुलिया बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस काम में बुजुर्ग, नौजवानए महिलाएं और बच्चों भी शामिल हुए।

इस बारे में जानकारी देते हुए देवगढ़ गोही पंचायत के पूर्व प्रधान तारा चंद धामी ने बताया कि सरकार और प्रशासन से कई बार आग्रह करने के बाद भी जब समस्या का हल नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने श्रमदान कर ही अस्थायी पुलिया तैयार कर दी। इस पुलिया के बनने से दो पंचायतों के ग्रामीणों को अब आवागमन में सुविधा होगी।

सरकार और प्रशासन ने नहीं समझा दर्द

वहीं इस बारे में भलाण पंचायत के पूर्व प्रधान नारायण चंद्र ने बताया कि हिमाचल सरकार और मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी पिछले छह माह से उनका दर्द को नहीं समझा। जिसके चलते उन्होंने सरकार और प्रशासन से उम्मीद छोड़ दी और खुद ही श्रमदान कर इस पुलिया का निर्माण कर दिया।

विक्रमादित्य प्रतिभा को भी बताई परेशानी

बता दें कि जुलाई 2023 में कुल्लू जिला में आई भयंकर जलप्रलय से इस नदी पर बना पुल बह गया था। जिससे दो पंचायतों के आवागमन में समस्या आ रही थी। ग्रामीणों को रोजमर्रा की सामग्री की व्यवस्था तथा बच्चों को स्कूल जाने के लिए चार किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा था।

ग्रामीणों ने अपनी इस समस्या से लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह को अवगत करवाया और पुल बनाने की गुहार लगाईए लेकिन ग्रामीणों को निराशा ही हाथ लगी।

वहीं इस पुल को लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय हाजरी ने बताया कि पुल का प्रपोजल बनाकर भेज दिया है। जल्द ही पुल का निर्माण किया जाएगा।

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