शिमला। हिमाचल में लोकसभा चुनाव के साथ साथ विधानसभा की छह सीटों पर भी उपचुनाव की घोषणा हुई है, लेकिन अब विधानसभा की छह नहीं बल्कि 9 सीटों पर उपचुनाव की संभावना जताई जा रही है।
इसका एक बड़ा कारण हिमाचल में तीन सीटों पर जीत कर आए निर्दलीय विधायक भी अब भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर चुके हैं। हालांकि इसका आज यानी गुरुवार को फैसला भी होने की उम्मीद है।
आज बीजेपी में जा सकते हैं सभी 9 बागी
बता दें कि हिमाचल कांग्रेस के छह बागियों ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। वह पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में डटे हुए हैं और भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मिलने का प्रयास भी कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही इनकी मुलाकात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई थी। उम्मीद जताई जा रही है कि आज यह सभी बागी भगवा चोला पहन सकते हैं।
जेपी नड्डा से कर चुके हैं मुलाकात
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में इन बागियों को बीजेपी में शामिल करने के लिए दिल्ली भाजपा कार्यालय में एक कार्यक्रम के आयोजन की योजना बनाई जा रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इन सभी बागियों को पार्टी में मान सम्मान देने की बात कही है और पार्टी में सभी को एडजस्ट करने का भी आश्वासन दिया है।
छह बागियों के साथ तीन निर्दलीय भी पहनेंगे भगवा चोला
हिमाचल कांग्रेस के छह बागियों के साथ साथ तीन निर्दलीय विधायक भी दिल्ली में ही हैं। इसमें देहरा से होशियार सिंह, हमीरपुर से आशीष शर्मा और नालागढ़ से केएल ठाकुर शामिल हैं। यह तीन निर्दलीय विधायक भी आज कांग्रेस के छह बागियों के साथ भाजपा ज्वाइन करेंगे।
इन तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा की टिकट पर आगामी चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। यदि ये तीनों विधायक भी भाजपा में शामिल हुएए तो इन्हें उपचुनाव लडऩा होगा।
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निर्दलीय विधायक चुनी गई अवधि के दौरान अपनी आइडेंटिटी विधानसभा में खत्म नहीं कर सकते, इसलिए इस्तीफा देना जरूरी है।
भाजपा के लिए सभी को टिकट देना मुश्किल
गौर रहे कि भाजपा ने इन सभी नेताओं को एडजस्ट करने की बात कही है, लेकिन इन सभी को उपचुनाव में अपने अपने हल्के से टिकट मिलेगा या नहीं इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।
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हालांकि सभी को टिकट देने पर भाजपा हाईकमान को प्रदेश के कई बड़े नेताओं के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। कई नेता अपनी ही भाजपा पार्टी से बगावत भी कर सकते हैं।
बागी सुप्रीम कोर्ट से वापस ले सकते हैं याचिका
बताया जा रहा है कि बीती बुधवार रात को सभी बागियों ने एक लीगल टीम के साथ बैठक की है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा की।
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सुप्रीम कोर्ट में अब याचिका पर सुनवाई छह मई को तय है, ऐसे में इस याचिका को वापस लेने पर भी चर्चा की गई है। वैसे भी भाजपा में शामिल होने के बाद इस याचिका का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।