मंडी। कहते हैं कि सफलता मेहनत करने वालों के कदम चूमती है। मेहनत करने वाले लोगों को अपना लक्ष्य हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता है। बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो कई परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद भी कामयाबी हासिल करते हैं।
सफाई ठेकेदार की बेटी बनी IPS
ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के एक छोटे से गांव की बेटी तरूणा कमल ने। तरूणा के पिता नगर परिषद में सफाई ठेकेदार हैं और उनकी माता गृहिणी हैं। तरूणाा ने पहले ही प्रयास में देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में सफलता हासिल की है।
यह भी पढ़ें: बड़ी खबर: HRTC बस पुल तोड़कर नीचे गिरी, दर्जनों लोग थे सवार
छोटे से गांव में हैं घर
बता दें कि तरूणा कमल जिला मंडी के बल्ह क्षेत्र के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं। तरूणा ने अपनी 12वीं की पढ़ाई मॉर्डन पब्लिक स्कूल रत्ती से की है। इसके बाद उन्होंने वेटर्नरी डॉक्टर की ट्रेनिंग पूरी की और फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
पहले अटेंप्ट में हासिल की सफलता
तरूणा इस परीक्षा के लिए पिछले ढाई साल से चंडीगढ़ में तैयारी कर रही थी। अब तरूणा ने अपने पहले ही अटेंप्ट में इस परीक्षा में 203वां रैंक हासिल कर अपना आईपीएस बनने का सपना साकार किया है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल: 2 बच्चियों को बचाकर हो गया दिव्यांग, सरकार ने सुध तक नहीं ली
कामयाबी का नहीं है कोई शॉर्टकट
तरूणा का कहना है कि बिना परिश्रम के किसी को भी सफलता नहीं मिल सकती है। शॉर्टकट से बड़ी कामयाबी हासिल नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि तैयारी के दौरान उन्हें मेडिकल की पढ़ाई में काफी बाधा आई। मगर माता-पिता और परिवार के सहयोग के साथ उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी और सफलता हासिल की।
बाहर निकलने से घबराती हैं गांव की लड़कियां
तरूणा का कहना है कि गांव की लड़कियां आगे बढ़ने और घर से बाहर निकलने से घबराती हैं। जबकि, लड़कियों को अपने सपने पूरे करने के लिए खुद पहल करना जरूरी है।