सोलन। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में कल से लोगों को इलाज की सुविधा नहीं मिलेगी। कल यानी गुरुवार से प्रदेश भर में 2900 डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं। जिसका खामियाजा अस्पतालों में इलाज करवाने आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ेगा। हालांकि इस दौरान आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से जारी रहेंगी। डॉक्टरों ने सामूहिक अवकाश का यह फैसला अपनी मांगों के ना माने जाने के चलते लिया है।
7 मार्च से 2900 डॉक्टर करेंगे सामूहिक अवकाश
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक आज 16वें दिन भी जारी रही। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में डॉक्टरों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। अब कल यानी 7 मार्च से प्रदेश भर के डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर जाने वाले हैं। जिससे अस्पतालों में इलाज करवाने आने वाले मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
जारी रहेंगी आपातकालीन सेवाएं
यह जानकारी हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन सोलन इकाई के प्रधान डॉक्टर कमल ने दी। उन्होंने बताया कि वह अपनी मांगों को लेकर पिछले 16 दिनों से पेन डाउन स्ट्राइक कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। अब निर्णायक लड़ाई का समय आ गया है। अब कल 7 मार्च को प्रदेश भर के सभी 2900 डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे। हालांकि इस दौरान आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर डॉक्टर जहां अभी सिर्फ सामूहिक अवकाश कर रहे हैंए वहीं अगर जरूरत पड़ी तो आने वाले समय में सभी डॉक्टर सामूहिक रूप से त्याग पत्र देने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
सामूहिक त्यागपत्र की भी दी धमकी
डॉक्टर कमल ने कहा कि सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। हालांकि सरकार ने डॉक्टरों की एक मांगए जिसमें बीएमओ की पदोन्नति की मांग की गई थी, उसे पूरा करते हुए प्रदेश में 16 बीएमओ की पदोन्नति की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार डॉक्टरों को झुनझुना देकर और उनकी मांगों को दबाकर स्ट्राइक को खत्म करना चाहती हैए लेकिन इस बार डॉक्टर आश्वासन पर नहीं मानने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अपनी सभी मांगों को लेकर वे तब तक स्ट्राइक जारी रखेंगेए जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है।