शिमला। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हुई सियासी उठापटक के बावजूद अपनी सरकार बचाने में सफल हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं।
बजट पेश करने के बाद आनन फानन में सूबे की 18 से 59 साल की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान करने के बाद से ही हिमाचल में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना को लेकर राजनीति तेज हो गई है।
बीजेपी की अपील से बदल गया फॉर्म
पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर इस योजना को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
इतना ही नहीं भाजपा के लीगल से की तरफ से चुनाव आयोग से इस विषय को लेकर अपील भी की गई थी कि सरकार द्वारा जारी किए गए इस योजना के फॉर्म पर सीएम सुक्खू और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तस्वीर लगी है।
इस कारण से फॉर्म भरने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी जाए। वहीं, अब खबर सामने आ रही है कि सुक्खू सरकार द्वारा फॉर्म पर से सीएम सुक्खू और इंदिरा गांधी की तस्वीर हटाने के बाद इस योजना को होल्ड पर रख दिया गया है।
फॉर्म भर चुकी हैं हजारों महिलाऐं
वहीं, सरकार द्वारा फॉर्म में बदलाव किए जाने और योजना को होल्ड पर रखने के बाद से फॉर्म भर चुकीं सूबे की हजारों महिलाओं की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया- आगे क्या होगा
पूरे देश में लागू आदर्श आचार संहिता के बीच योजना को होल्ड किए जाने के बाद से सबके मन अब यही सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव से पहले फॉर्म भरने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा या फिर नहीं।
इसका जवाब देते हुए प्रदेश के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि अचार संहिता लागू होने से पहले इस योजना की नोटिफिकेशन जारी कर दी गई थी।
इस कारण से यदि सरकार चाहे तो अचार संहिता के दौरान भी नियमों के दायरे में रहकर इस योजना का क्रियान्वयन जारी रख सकती है। बहरहाल, सुक्खू सरकार द्वारा इस योजना पर लगाए गए होल्ड को कबतक हटाया जाता है यह देखने वाली बात होगी।