ऊना: हिमाचल प्रदेश में चल रही सियासी संग्राम के बीच भाजपा ने सभी छह बागियों को उपचुनाव का टिकट दे दिया है। टिकट मिलने के बाद कुटलैहड़ से कांग्रेस विधायक (बागी) रहे देविन्दर भुट्टो आज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के साथ अपने गृह क्षेत्र में पहुंचे। कुटलैहड़ की राजनीति यहां के कद्दावर भाजपा नेता की वजह से ख़ास हो जाती है।
गौरतलब है कि ऊना जिला के तहत आने वाला कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से वीरेन्द्र कंवर लगातार चार बार भाजपा के टिकट से विधायक रहे। जयराम ठाकुर की अगुवाई वाली पिछली भाजपा सरकार में वह मंत्री रहे और 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी देविन्दर भुट्टो से शिकस्त मिली।
चुनाव हारने के बावजूद वीरेंद्र कँवर को भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से नवाजा। कंवर भी पार्टी और क्षेत्र में लगातार सक्रिय थे। क्षेत्रवासियों का भी कहना था कि अगले चुनाव में वीरेंद्र कंवर की जीत निश्चित है। हार के वजहों पर मंथन किया गया था। पिछली जो गलतियां थी उसे सुधारा जा रहा है।
वीरेंद्र कंवर ने बनाई दूरी:
आज टिकट का ऐलान होने के बाद देविन्दर भुट्टो अपने क्षेत्र में पहुंचे तो उनके साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी थे। इस कार्यक्रम में कंवर उपस्थित नहीं रहे। भुट्टो के साथ कुटलैहड़ पहुंच जयराम ठाकुर ने स्पष्ट सन्देश दे दिया है कि पार्टी एकजुट रहे और सभी कार्यकर्ता देविन्दर भुट्टो को उपचुनाव जीताने के लिए समर्पित हो जाएं।
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जयराम का पहुंचना इस बात का भी सन्देश देता है कि पार्टी को आशंका थी कि कुटलैहड़ में भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना भुट्टो को करना पर सकता है। हालांकि, वीरेंद्र कंवर ने भी पिछले दिनों कहा था कि वह निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि वीरेंद्र कंवर पार्टी के समर्पित सिपाही की तरह सामने आते हैं या फिर निर्दलीय दांव ठोकने के लिए मैदान में आ सकते हैं।