शिमला/दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के बीच राज्यसभा चुनाव के बाद मचे घमासान की पूरी रिपोर्ट कांग्रेस ऑब्जर्वर ने हाइकमान को सौंप दी है। पार्टी ऑब्जर्वर पूर्व सीएम भूपेश बघेलए पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने अपनी तीन पेजों की रिपोर्ट में तीन बिन्दुओं पर फोकस किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि लोसभा चुनाव तक सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को बदलना पार्टी हित में नहीं है।
पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में खुलासा लोस चुनाव तक ना बदला जाए सीएम
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के अनुसार राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग का उन्हें अंदाजा नहीं था, जो कि हास्यास्पद है। सीएम सुक्खू पूरी पार्टी को एकजुट रखने में नाकाम रहे हैं। लेकिन फिर भी लोकसभा चुनाव तक सीएम चेहरा बदलना पार्टी हित में नहीं है।
प्रतिभा सिंह मंडी से बनाया जाए लोकसभा प्रत्याशी
पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में दूसरा बिंदु प्रतिभा सिंह पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को लोकसभा चुनाव में उतारा जाए। वह मंडी संसदीय क्षेत्र से एक सशक्त उम्मीदवार बन सकती हैं। इसके लिए उनकी जगह किसी अन्य को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। रिपोर्ट में इसे समन्वय की दृष्टि से भी जरूरी बताया गया है। वहीं ऑब्जर्वर्स ने कहा कि पार्टी से नाराज दर्जन भर विधायकों को बोर्ड ध् को.ऑपरेशन चेयरमैन या अन्य पदों पर नियुक्तियां दी जानी चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह भरोसे के लायक नहीं
वहीं पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में तीसरा बिंदु चौंकाने वाला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस की सरकार में जब विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की तो ऐसे समय में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देकर परेशानियों को और बढ़ा दिया। यही नहीं उन्होंने मीडिया के सामने अपनी ही सरकार के खिलाफ भी खुल कर बयानबाजी की। उनका यह बर्ताव अनुशासनहीनता के दायरे में माना जाना चाहिए। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पार्टी अब विक्रमादित्य सिंह पर भरोसा नहीं कर सकती।
तीनों पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिमाचल में बीजेपी लगातार कांग्रेस की सरकार को गिराने के प्रयास कर रही है और लोकसभा चुनाव के साथ हिमाचल में विधानसभा चुनाव भी करवाए जाएं। ऐसे में पार्टी हाइकमान इस रिपोर्ट पर जल्द से जल्द संज्ञान लें और रिपोर्ट को जल्द से जल्दी लागू करे।