मंडी। हिमाचल की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रही हैं। आज के दौर में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें प्रदेश की बेटियां ना पहुंची हों। अपनी मेहनत और काबलियत के दम पर पहाड़ की यह बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का डंका बजा रही हैं। ऐसी ही एक हिमाचल के मंडी जिला की बेटी हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टर बन गई है।
मंडी के सुंदरनगर की रहने वाली है गीता
मंडी जिला के सुंदरनगर की रहने वाली गीता देवी ने कंडक्टर भर्ती परीक्षा पास कर ली है। हालांकि गीता देवी का सपना शिक्षक बनना था। लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और अब यह बेटी एचआरटीसी बस में यात्रियों की टिकट काटती नजर आएगी। बता दें कि गीता देवी बीएससी की पढ़ाई करने के बाद बीएड भी कर चुकी हैं। यही नहीं गीता देवी ने टेट व सीटेट भी क्वालीफाई किया है।
टेट और सीटेट भी किया है पास
सुंदरनगर की मलोह पंचायत के भदरोलू गांव की रहने वाली गीता देवी के पिता हिम्मत सिंह एक किसान है और उनकी माता मीना देवी गृहणी हैं। उनके परिवार में बड़ी बहन जिसकी शादी हो चुकी है और एक छोटा भाई है जो अभी पढ़ रहा है।
गीता ने 12वीं के बाद बीएससी और बीएड के साथ ही टेट और सीटेट भी पास किया है। इस बेटी का सपना शिक्षक बनना था, लेकिन उसके इस सपने में अड़चने आने लगी तो उसने कंडक्टर भर्ती की परीक्षा दी और उसमें भी अव्वल रही।
शिक्षक बनना था गीता का सपना
गीता देवी के पित हिम्मत सिंह ने बताया कि उनकी बेटी ने एचआरटीसी कंडक्टर की भर्ती परीक्षा पास कर ली है। बेटी की इस उपलब्धि से वह बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि गीता देवी बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार रही है।
बेटी ने 12वीं में 85 प्रतिशत अंक लाकर अपने स्कूल में प्रथम स्थान हासिल किया था। अब वह एचआरटीसी में अपनी प्रतिभा दिखाएंगी। वहीं गीता ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने परिजनों को दिया है।