कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिससे की स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी विजिलेंस की टीम द्वारा की गई छापेमारी में निजी कार्य में सरकारी सीमेंट का इस्तेमाल होते हुए पाया गया है।
खुद आरोपी भी है सरकारी कर्मचारी
इस छापेमारी में विजिलेंस की टीम को सरकारी सीमेंट के 96 भरे हुए बैग बरामद हुए हैं। इसके अलावा 28 खाली बैगों की बरामदगी भी मौके से हुई है। बतौर रिपोर्ट्स, कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा क्षेत्र के तहत आते देउठा पंचायत के सचिव द्वारा सरकारी सीमेंट से अपने मकान का निर्माण करवाया जा रहा था। पंचायत सचिव के सरकारी कर्मचारी होने के कारण इस बात का अंदेशा जताया जा रहा है कि सरकारी कर्मचारियों के बीच हुई सांठगांठ के चलते इस तरह की धांधली को अंजाम दिया जा रहा था।
लेंटल डालने का चला हुआ था काम, आ धमकी विजिलेंस
मिली जानकारी के अनुसार विजिलेंस की टीम को इस विषय में गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि देउठा गांव में बनाए जा रहे एक मकान में सरकारी सीमेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, जब विजिलेंस की टीम सूचना पाकर मौके पर पहुंची तो उन्होंने पाया कि वहां मकान पर लेंटल डालने का काम चला हुआ था, जिसमें सरकारी सीमेंट को इस्तेमाल में लाया जा रहा था।
अन्य लोग भी थे शामिल, जांच शुरू
ऐसे में विजिलेंस द्वारा फ़ौरन ही सरकारी सीमेंट के भरे हुए और खाली बैग्स को अपने कब्जे में ले लिया गया और पंचायत सचिव के खिलाफ इस संबंध में मामला भी दर्ज कर लिया गया है। अब विजलेंस की टीम इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि जो सीमेंट मौके से बरामद किया गया है। वह किस निर्माण कार्य के लिए स्वीकृत हुआ हुआ था।
उठने लगे हैं कई सारे सवाल
मामले की पुष्टि विजिलेंस डीएसपी कुल्लू अजय कुमार द्वारा की गई है। उन्होंने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन को आगे बढ़ाया जा रहा है। साथ ही यह पता लगाने का प्रयास भी किया जा रहा है कि इस पूरे हेरफेर में और कौन-कौन लोग शामिल थे। बहरहाल, यह मामला सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन की मुस्तैदी और सरकारी दफ्तरों में हो रही धांधलियों को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं।