शिमला। हिमाचल में बढ़ते प्रदूषण से निजात पाने के लिए सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश सरकार लोगों को ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए प्रेरित कर रही है। हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर लोगों को और अधिक लाभ भी दे रहा है। इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले लोगों का पंजीकरण शुल्क माफ (रजिस्ट्रेशन फ्री) किया गया है। वहीं इन्हें रोड़ टैक्स से भी छूट दी गई है। ऐसे में आज के दौर में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना समझदारी का सौदा माना जा सकता है।
रोड़ टैक्स में छूट और पंजीकरण शुल्क भी नहीं लगेगा
यही नहीं हिमाचल परिवहन विभाग कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को भी बड़ी सौगात दे रहा है। कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को स्पेशल रोड़ टैक्स में 50 प्रतिशत तक की छूट दी गई है और कमर्शियल परमिट फीस को भी माफ कर दिया गया है।
सरकार का फायदा उन लोगों को मिलेगा जो ई-निजी बस, ट्रक या टैक्सी खरीदता है। इन लोगों को सरकार द्वारा 50 लाख तक 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। इसके साथ ही पालिसी की अवधि तक हिमाचल या किसी भी अन्य राज्य में पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहन को हाईवे पर टोल टैक्स नहीं चुकाना होगा।
प्रदेश में तीन हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन
बता दें कि हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग देश का ऐसा पहला विभाग है, जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल कर रहा है। जिसके चलते हिमाचल में मौजूदा समय में तीन हजार से भी अधिक इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर हो चुके हैं।
परिवहन विभाग के आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में कुल 3 हजार 155 इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर हैं। इनमें 2 हजार 685 निजी वाहन है जबकि 470 कमर्शियल वाहन हैं।
चार्जिंग स्टेशन को बढ़ावा दे रही सरकार
हिमाचल सरकार प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश भर में चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित कर रही है। प्रदेश में ग्रीन इनिशिएटिव के तहत 6 ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए हैं। जिसके तहत 55 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
मौजूदा समय की बात करें तो एचपीटीडीसी द्वारा अब तक 26 इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर चुका है। इसके अलावा पेट्रोल पंपों पर भी 21 के करीब चार्जिंग स्टेशन लगाए जा चुके हैं।
पर्यावरण को मिलेगा लाभए जेब पर कम होगा बोझ
इलेक्ट्रिक वाहन पेट्रोल या डीजल वाहन के मुकाबले कम प्रदूषण फैलाते हैं, जिससे पर्यावरण को लाभ होता है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहन के रखरखाव की लागत भी पेट्रोल डीजल वाहन से कम है।
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सरकार द्वारा भी इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर कई प्रकार के लाभ दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से ईंधन के खर्च में भी कटौती होती है और ध्वनि प्रदूषण से भी बचा जा सकता है।