शिमला। हिमाचल प्रदेश के लोगों में वीआईपी नंबर लेने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। वीआईपी नंबर लेने के लिए लोग लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ हिमाचल का परिवहन विभाग वीआईपी नंबर बेच कर करोड़ों की कमाई कर रहा है।
राजधानी शिमला के ठियोग में दो वीआईपी नंबर 0001 सीरीज की बोली 21.50 लाख में लगी है। यानी 21.50 लाख में दो वीआईपी नंबर 0001 सीरीज के बेचे गए है। परिवहन विभाग ने यह दोनों नंबर ई-ऑक्शन के माध्यम से बेचे हैं।
ठियोग और स्वारघाट आरएलए में 21.50 लाख में बिके दो नंबर
बता दें कि शिमला के ठियोग रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथारिटी (RLA) का 0001 सीरिज का नंबर 12.50 लाख में बिका है। वहीं श्री नयनादेवी के स्वारघाट आरएलए का नंबर 9 लाख रुपए में बिका है। दोनों नंबरों को बेच कर परिवहन विभाग ने 21.50 लाख की कमाई कर ली है। जबकि अब तक पूरे प्रदेश में वीआईपी नंबरों से परिवहन विभाग ने 10 करोड़ से अधिक की कमाई की है।
इन लोगों की गाड़ी में लगेंगे वीआईपी नंबर
आरएलए ठियोग से ई ऑक्शन से खरीदा गया (एचपी-09डी-0001) सीरीज का नंबर अनिल पुत्र स्वर्गीय दीपराम ने 12.50 लाख की बोली लगाकर हासिल किया है। इसी तरह से स्वारघाट आरएलए की ओर से जारी (एचपी-91-0001) सीरीज का नंबर अमित पाल सिंह ग्रेवाल ने 9 लाख रुपए की बोली लगाकर अपने नाम किया है।
90 बोलीदाताओं ने लिया था हिस्सा
बता दें कि इन दोनों सीरीज के नंबरों की ई-ऑक्शनों में 90 बोलीदाताओं ने भाग लिया था। बोली की शुरुआत न्यूनतम मूल्य 5 लाख की बजाय 6 लाख से शुरू हुई। इसके बाद 50,000 के साथ आगे बढ़ती गई। ई-ऑक्शन बीते रोज रविवार को की गई।
बोलीदाता को ई-ऑक्शन में शामिल होने से पहले 1.50 लाख की राशि जमा करवानी होती है। शुरूआती पंजीकरण दो हजार रुपए रखा गया था। सफल बोलीदाताओं को बकाया राशि तीन दिन के अंदर यानी 13 मार्च तक जमा करवानी होगी।
विभाग अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक के बेच चुका है नंबर
बता दें कि परिवहन विभाग ने बीते साल मई माह में वीआईपी नंबरों की ई-नीलामी शुरू की थी। यह सभी नंबर ई-ऑक्शन के माध्यम से बेचे जा रहे हैं। विभाग ने अब तक वीआईपी नंबरों की ई-ऑक्शन से 10 करोड़ से अधिक कमाई कर चुका है।
ठियोग और स्वारघाट के नंबरों की बोली के बाद अब परिवहन विभाग एक सप्ताह बाद प्रदेश के अन्य जिला के आरएलए के लिए 0001 सीरीज के नंबरों की बोली जारी करेगा। परिवहन विभाग ने अपनी वेबसाइट https:// himachal.nic.in / transport पर एक हफ्ते पहले फैंसी नंबरों के लिए ई-ऑक्शन शुरू की थी।