शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक राग में दो बाते कहीं। पहला- खजाना खाली है और दूसरा केंद्र पैसे नहीं दे रहा। मगर अब सीएम सुक्खू का यह दांव उनपर ही उल्टा पड़ता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल, सुक्खू सरकार पर आरोप है कि सरकार ने जर्मनी के एक बैंक से 800 करोड़ का लोन लिया और वह पैसा डेढ़ साल से इस्तेमाल में नहीं लाया गया है।
केंद्र सरकार चुकाएगी लोन की 90% राशि
वहीं, इस लोन से जुड़ी सबसे ख़ास बात ये है कि इस 800 करोड़ के लोन का 90 प्रतिशत भाग केंद्र सरकार बैंक को अदा करेगी। जबकि, राज्य सरकार केवल 10 प्रतिशत राशि की अदायगी करेगी। सुक्खू सरकार ने यह लोन केएफडब्लयू बैंक जर्मनी ने चंबा में पनबिजली परियोजना बनाने के नाम पर लिया है।
दस्तावेजों के साथ हुआ खुलासा
कांग्रेस के बागी नेता और राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले पूर्व विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने इस पूरे विषय का खुलासा अपनी एक फेसबुक पोस्ट में किया है। लखनपाल ने सीएम सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री हर मंच पर संसाधनों की कमी का रोना रोते रहते हैं जबकि वो उपलब्ध संसाधनों का उचित इस्तेमाल नहीं करते।
कुछ भी रकम विकास कार्य के लिए प्रयोग नहीं हुई
लखनपाल के मुताबिक़, केएफडब्लयू बैंक जर्मनी से मिले इस 800 करोड़ में से कुछ भी रकम विकास कार्य के लिए प्रयोग नहीं हुई है। इसके साथ ही लखनपाल ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री इस पैसे से चंबा में कितना रोजगार उपलब्ध करवा सकते थे, किन्तु वे अभी तक इस कार्य में असमर्थ रहें हैं।
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गौर रहे कि पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल होने वाले नेता आए दिन सीएम पर भ्रष्टाचार और अन्य तरह के ढेरों आरोप लगाते रहे हैं। सुधीर शर्मा और राजिंदर राणा द्वारा किए जा रहे लगातार सियासी हमलों के बीच अब इंद्र दत्त लखनपाल भी उतर गए हैं। बहरहाल, अब यह देखने वाली बात होगी कि सीएम इन आरोपों को लेकर कोई जवाब देते भी हैं या नहीं।